सहायक लेखाकार को रिश्वत लेते पकड़ा
- फंड रिलीज करने के एवज में जेई से मांगे थे पांच हजार रुपए
-एंटी करप्शन की टीम ने पकड़कर सिविल लाइन पुलिस को सौंपा Meerut: एंटी करप्शन की टीम ने पश्चिमांचल विद्युत वितरण के एक सहायक लेखाकार को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। आरोपी सहायक लेखाकार को एंटी करप्शन टीम ने सिविल लाइन पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। फंड करता है रिलीज मूल रूप से मुरादाबाद के मंडी चौक निवासी पंकज खन्ना विद्युत वितरण खंड विक्टोरिया पार्क खंड दो में सहायक लेखाकार हैं। क्लर्क विभाग के अधिकारियों फं ड आदि रिलीज करने का काम देखता है। विद्युत विभाग में तैनात अवर अभियंता मुकेश कुमार के मुताबिक उनका फं ड रूका हुआ था। जिसके लिए उन्होंने विभाग में आवेदन किया था। रिश्वत की मांग का आरोपआरोप है कि इस फं ड को रिलीज करने की एवज मे क्लर्क पंकज पांच हजार की रिश्वत मांग रहा था। जेई मुकेश ने एंटी करप्शन विभाग में शिकायत की थी।
एंटी करप्शन टीम ने बिछाया जालजिस पर एंटी करप्शन विभाग के टीम प्रभारी विजय वीर सिंह ने जाल बिछाते हुए मुकेश को पांच-पांच सौ के दस नोट देकर पंकज के पास भेजा। नोटों पर फि लोफि न का पाउडर लगाया गया था। जैसे ही मुकेश ने वह नोट पंकज को दिए एंटी करप्शन की टीम ने पंकज को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। नोटों पर लगे पाउडर के कारण आरोपी पंकज के हाथों पर रंग चढ़ गया। इसके साथ दो विभाग के अधिकारियों के भी गवाह बनाते हुए सिविल लाइन पुलिस को सौंप दिया।
एंटी करप्शन की ओर से आरोपी क्लर्क के खिलाफ तहरीर दी थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विजय कुमार, इंस्पेक्टर मुझे फंसाया गया है। अवर अभियंता मुकेश कुमार उस पर फंड रिलीज करने का जबरदस्ती दबाव बना रहा था। पंकज खन्ना, लेखाकार पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। यदि किसी भी स्तर पर कोई गड़बड़ी मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। -आरके राणा, एसई अर्बन पीवीवीएनएल