आप पीएसी से योगेंद्र यादव एवं प्रशांत भूषण को बाहर निकाले जाने से शुरु हुआ विवाद अब आप विधायकों की बयानबाजी तक पहुंच गया है. आप विधायकों ने पार्टी से मांग की है कि प्रशांत भूषण एवं योगेंद्र यादव को पार्टी से बाहर निकाल कर एक उदाहरण स्‍थापित किया जाए.


आप विधायकों ने लिखी चिठ्ठीआम आदमी पार्टी के 50 विधायकों ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को चिठ्ठी लिखकर योगेंद्र यादव एवं प्रशांत भूषण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. सूत्रों के अनुसार भूषण एवं यादव को आम आदमी पार्टी से बाहर निकाले जाने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है. इस विषय पर 28 मार्च से शुरु होने वाली पार्टी की नेशनल काउंसिल मीटिंग में चर्चा हो सकती है. कभी नहीं सुलझेंगे आपसी मतभेद


आप सूत्रों का कहना है कि योगेंद्र यादव एवं प्रशांत भूषण और पार्टी के बीच आपसी मतभेद कभी भी समाप्त नहीं हो पाएंगे क्योंकि वे दोनों पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रॉक्सी वार लड़ रहे हैं. दोनों ने पार्टी द्वारा पीएसी से निकाले जाने का भी सम्मान नहीं किया. ऐसे में अब एक ही विकल्प बचता है कि पार्टी दोनों वरिष्ठ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाकर अन्य लोगों के लिए एक उदाहरण बनाए. आर-पार की होगी लड़ाई

नाम ना बताने की शर्त पर एक विधायक ने कहा, 'नेशनल एग्जिक्युटिव ने जो फैसला लिया है, वह लोकतांत्रिक है. इन दोनों नेताओं को नैशनल एग्जिक्युटिव के फैसले का सम्मान करना चाहिए. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं या नेशनल काउंसिल के जरिए इस फैसले को पलटने की कोशिश की करते हैं तो हम चुप नहीं बैठेंगे. इन्हें पार्टी से हटाए जाने के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जा सकता है.' एक अन्य आप विधायक ने कहा, 'अगर वे (यादव और भूषण) मामले में दखल देना जारी रखते हैं तो यह लड़ाई आरपार की होगी.'नेशनल काउंसिल मीटिंग में होगा फैसला28 मार्च को होने वाली नेशनल काउंसिल मीटिंग में योगेंद्र यादव एवं प्रशांत भूषण पर फैसला हो सकता है. आप की नेशनल काउंसिल में 350 सदस्य हैं जिनको पार्टी फाउंडर माना गया है. ऐसे में पार्टी को भरोसा है कि मीटिंग के दौरान केजरीवाल गुट को बहुमत मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक नेशनल काउंसिल मीटिंग के दौरान यादव एवं भूषण वन मैन-वन पोस्ट का मुद्दा उठा सकते हैं. इसके अलावा पीएसी को दुबारा गठित किए जाने की मांग भी कर सकते हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra