ऑपरेशन से महिला ने दिया बच्ची को जन्म, एसआरएन रेफर हुई

PRAYAGRAJ: 32 साल की महिला की स्थिति खराब थी। इसी के चलते उसे रेलवे हॉस्पिटल से रिफर कर दिया गया था। नॉ‌र्म्स के अनुसार प्राइवेट हॉस्पिटल ने कोरोना रिपोर्ट चेक करने के लिए सैंपलिंग करायी। रिपोर्ट आने में देर होने लगी तो डॉक्टर्स ने महिला की जान बचाने के लिए आपरेट कर दिया। महिला और उसकी बच्ची दोनों स्वस्थ और सलामत दिखे। लेकिन, आपरेशन के बाद आयी रिपोर्ट ने महिला, उसके परिजनों के साथ उसे आपरेट करने वाले डॉक्टर्स तक को हिलाकर रख दिया। महिला को एसआरएन शिफ्ट कर दिया गया है।

21 को लिया गया था सैंपल

रेलवे इम्प्लॉयी की 32 वर्षीय पत्नी की डिलीवरी होनी थी। रेलवे हॉस्पिटल ने डिलिवरी केस सिविल लाइंस स्थित शकुंतला हॉस्पिटल ट्रांसफर कर दिया। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ। अनुपम जायसवाल के अनुसार 21 को ही ना‌र्म्स के अनुसार महिला का सैंपल कोविड जांच के लिए भेज दिया गया था। सैंपल की रिपोर्ट 23 को दोपहर तक नहीं आयी। इस बीच महिला की कंडीशन सीरियस हो गयी। इसके चलते बिना रिपोर्ट आए ही आपरेशन का फैसला लिया गया। देर रात रिपोर्ट आयी तो पता चला कि महिला कोरोना पॉजिटिव है। डॉ। जायसवाल के अनुसार रिपोर्ट आने के बाद हॉस्पिटल कैंपस को सेनेटाइज कराया गया। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर और स्टाफ ने भी खुद को सेल्फ क्वारंटीन कर लिया है।

ओपीडी दो दिन के लिए बंद

डिलीवरी के लिए भर्ती महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे आपरेट करने में लगे डॉक्टर और सपोर्ट स्टॉफ सन्नाटे में आ गया। डायरेक्टर डॉ। अनुपम जायसवाल ने तत्काल सीएमओ और नोडल ऑफिसर कोरोना वायरस से बात करके डिटेल दी। इसके बाद महिला और उसके बच्चे को एसआरएन भेज दिया गया। डॉ। अनुपम ने बताया कि आपरेशन थियेटर के साथ वह प्राइवेट रूम जिसमें महिला को भर्ती किया गया था तो फिलहाल सील कर दिया गया है। अस्पताल का सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। उधर, नोडल ऑफिसर कोविड-19 ऋषि सहाय ने बताया कि आज और कल के लिए ओपीडी बंद करा दी गयी है। पूरे स्टॉफ को कोरंटाइन रहने के लिए कह दिया गया है। सभी के सैंपल लिये जाएंगे।

मामला संज्ञान में हैं। जिस महिला की डिलीवरी हुई है। उसकी रिपोर्ट एक प्राइवेट लैब द्वारा पॉजिटिव आई है। महिला को एसआरएन में शिफ्ट करा दिया गया है। बच्चे व ऑपरेशन में शामिल रहे डॉक्टर समेत सभी सदस्यों का सैंपल लिया जा रहा है। सभी को क्वारंटीन रहने को बोल दिया गया है।

डॉ। ऋषि सहाय

नोडल अधिकारी, कोविड-19

महिला की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। वह रेलवे हॉस्पिटल से रिफर होकर आयी थी। रिपोर्ट आने में देरी हो रही थी और आपरेशन लेट करने पर जान को खतरा हो सकता था। इसीलिए आपरेशन कर दिया गया। रिपोर्ट आते ही डिटेल नोडल ऑफिसर को बता दिया गया था।

डॉ। अनुपम जायसवाल

डायरेक्टर, शकुंतला हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive