जिस शक में उत्‍तर प्रदेश के बिसाहरा गांव में भीड़ ने मोहम्‍मद अखलाख की हत्‍या कर दी उसका कोई आधार ही नहीं था। अगर उत्‍तर प्रदेश के वेटेनरी विभाग की रिर्पोट को मानें तो अखलाख के घर में मिला मांस बीफ नहीं बल्‍कि मटन था।


तो क्या बेवजह मारा गया अखलाख लग तो कुछ ऐसा ही रहा है क्योंकि दादरी के गांव बिसाहड़ा में हिंसक भीड़ का शिकार हुए मोहम्मद अखलाख की पीटकर हत्या के मामले में वेटेनरी विभाग ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, अखलाख के घर से मिला मीट गाय का नहीं, बल्कि बकरे का था। यानि इतने हंगामे के पीछे कोई आधार ही नहीं था। वैसे इस मामले में फॉरेंसिक लैब से भी जांच होगी। पुलिस के मुताबिक, वेटेनरी विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद फॉरेंसिक रिपोर्ट भी सार्वजनिक की जाएगी, हालांकि रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।पुलिस चार्जशीट भी हुई दाखिल
खास बात ये है कि पिछले सप्ताह ही इकलाख की हत्या में पुलिस ने चार्जशीट भी दाखिल कर दी थी। इसी के साथ इस बात से भी पर्दा उठ गया है कि हत्या के पीछे बीफ की बात नहीं थी। पुलिस ने केस डायरी में बताया था कि मौके से मिले मांस की फोरेंसिक रिपोर्ट अभी नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद ही वह भी कोर्ट में दाखिल की जाएगी। चार्जशीट गिरफ्तार किए जा चुके 15 आरोपियों के खिलाफ दाखिल की गई है। मामले में 19 आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज है। पुलिस अब तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।क्या हुआ उस रोज 28 सितंबर की रात गोहत्या की सूचना पर बिसाहड़ा गांव में इकलाख की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। उसके बेटे दानिश को उपद्रवियों ने अधमरा कर दिया था। अब मामले में कुल 17 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इकलाख की हत्या में कुल 15 लोगों को हत्यारोपी बनाया गया है। इनमें ज्यादातर ग्रामीण हैं, लेकिन चार्जशीट में बीफ का जिक्र नहीं है। यहां पर याद दिला दें कि घर पर बीफ रखने व खाने के शक में इकलाख की हत्या कर दी गई थी।

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Posted By: Molly Seth