Republic Day 2020 पूरा देश 26 जनवरी यानि रिपब्लिक डे सेलिब्रेट कर रहा है। 26 जनवरी 1950 भारत के इतिहास का वो दिन है जिस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। भारत का संविधान ही वो ताकत है जो दुनिया में हिंदुस्तान का दर्जा काफी ऊंचा करता है। वहीं बच्चों की किताब से लेकर फिल्मी पर्दे तक इसका गुणगान भी होता रहता है।

कानपुर (फीचर डेस्क)। Republic Day 2020: देशभक्ति की भावना को जाहिर करने के लिए बॉलीवुड में कई फिल्मों का निर्माण हुआ है। ऐसे में आइए जानते हैं उन फिल्मों के बारे में जो संविधान यानि कानून, नियम और आर्टिकल पर बेस्ड थीं।
'आर्टिकल 15'- साल 2019 में रिलीज हुई इस फिल्म में 'आर्टिकल-15' की चर्चा की गई है। आपको बता दें कि आर्टिकल 15 कहता है कि राज्य अपने किसी नागरिक के साथ केवल धर्म, जाति, लिंग, नस्ल और जन्म स्थान या इनमें से किसी भी आधार पर कोई भेदभाव नहीं करेगा। इस फिल्म में दुष्कर्म के केस के जरिए आर्टिकल 15 के बारे में बताया गया था और फिल्म में आयुष्मान खुराना लीड रोल में थे।
'सेक्शन 375'- 2019 में यह फिल्म आई थी, जिसमें कोर्ट ड्रामा के जरिए भारतीय दंड संहिता की धारा 375 को लेकर चर्चा की गई थी। इस धारा के अनुसार अगर कोई व्यक्ति 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की के साथ उसकी सहमति से भी संबंध बनाता है, तो यह अपराध भी दुष्कर्म की श्रेणी में ही माना जाता है। फिल्म में सेक्शन के गलत यूज को लेकर बहस हुई और फिल्म में ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना नजर आए थे।
'अलीगढ़'- फिल्म 'अलीगढ़' में भी धारा 377 की बात की गई थी। समलैंगिकों के अधिकार के लिए बनी इस धारा की बात फिल्म में एक खास सोशल सेक्शन के लिए की गई थी, जिसमें मनोज वाजपेयी ने एक एलजीबीटीक्यू कम्यूनिटी के शख्स का किरदार निभाया था।


'ओह माय गॉड'- परेश रावल स्टारर फिल्म 'ओह माय गॉड' भी भारत के मजबूत संविधान को बल देने वाली फिल्म है, जिसमें परेश रावल का किरदार भगवान के खिलाफ भी केस कर देता है। इस फिल्म में एक्ट ऑफ गॉड की चर्चा की गई थी।
'न्यूटन'- एक्टर राजकुमार राव की फिल्म 'न्यूटन' में संविधान के अहम अधिकार यानी वोटिंग के अधिकार पर बात की गई थी। इस फिल्म में राजकुमार राव को एक नक्सली इलाके में वोटिंग की जिम्मेदारी दी जाती है और वे ईमानदार वोटिंग करवाने के लिए सुरक्षा बलों से भी भीड़ जाते हैं।



'हैदर'-
फिल्म 'हैदर' में कश्मीर की हालत पर चर्चा की गई थी। फिल्म में शाहिद कपूर, तब्बू और केके मेनन ने अहम किरदार निभाया था। फिल्म का स्क्रीनप्ले विशाल भारद्वाज और बशरत पीर ने मिलकर लिखा था। कश्मीर के राजनीतिक हालात को उन्होंने कुशलता के साथ कहानी में गूंथा था।
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Posted By: Molly Seth