समुद्री तूफ़ान फ़ैलिन के और मज़बूत होने के कारण तटीय आंध्र प्रदेश और ओडीशा के 23 ज़िलों में ख़तरा बढ़ गया है. इस कारण इलाक़े में शुक्रवार से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है.


भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार की सुबह बताया कि गुरुवार रात 2.30 बजे तूफ़ान का केंद्र पारादीप तट से दक्षिण-दक्षिण पूर्व में क़रीब 590 किमी की दूरी पर बना हुआ था.इसको देखते हुए विभाग ने तटीय इलाक़ों से लोगों को पूरी तरह से निकालने का सुझाव दिया है. शनिवार की शाम तक फ़ैलिन के कलिंगापट्टनम और पारादीप तट को पार करने की संभावना है.मौसम विभाग के मुताबिक़ तूफ़ान के कारण शनिवार की सुबह से तटीय ओडीशा और आंध्र प्रदेश के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में बेहद भारी बारिश होगी. इन राज्यों के आसपास के इलाक़ों में भी बारिश होगी.


इन इलाक़ों में शुक्रवार की सुबह से 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है. फ़ैलिन के क़रीब आने के साथ ही हवाओं की गति बढ़ेगी और शनिवार की शाम तक इनकी गति 215 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.मौसम विभान के मुताबिक़ तूफ़ान के कारण समुद्र में दो से ढाई मीटर ऊंची लहरें उठेंगी. इस कारण ओडीशा के गंजाम, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम ज़िले के निचले इलाक़ों में बाढ़ की आशंका है.

इस बीच प्रभावित इलाक़ों में सरकार ने अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है और आपदा प्रबंधन दल को तैयार रहने के लिए कहा गया है.गुरुवार को ओडीशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा था कि तूफ़ान से जीवन और संपत्ति को नुक़सान पहुंचने की आशंका है.उन्होंने कहा कि फ़ैलिन से प्रभावित होने वाले ज़िलों में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के साथ प्रशासन को सभी ज़रूरी उपाय करने को कहा गया है.पटनायक ने रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर आपदा से निपटने के लिए सेना को तैयार रखने को कहा है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh