-रांची यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर्स को पिछले डेढ़ साल से नहीं मिली है फेलोशिप की राशि

RANCHI: एक ओर लोग फेस्टिव मूड में हैं और दूसरी ओर रिसर्च स्कॉलर्स मायूस हैं। इन्हें पिछले डेढ़ साल से फेलोशिप की राशि नहीं मिली है। ऐसे में इनका नवरात्र आर्थिक तंगी में गुजरा। रिसर्च स्कॉलर्स कई बार फेलोशिप के लिए रांची यूनिवर्सिटी से गुहार लगा चुके हैं, पर सिर्फ आश्वासन के कुछ भी नहीं मिला है। इधर, यूनिवर्सिटी की ओर से रिसर्च स्कॉलर्स को फिर आश्वासन मिला है कि पूजा की छुट्टी के बाद फेलोशिप की राशि देने के लिए यूजीसी से बात की जाएगी।

कर रहे हैं रिसर्च

रांची यूनिवर्सिटी के सभी डिपार्टमेंट्स में जेआरएफ, आरजीएनएफ और मौलान आजाद फेलोशिप के स्कॉलर्स रिसर्च कर रहे हैं। यूजीसी के गाइडलाइन के मुताबिक, रिसर्च स्कॉलर्स को हर महीने फेलोशिप के सोलह हजार रुपए के अलावा डीए और कंटीजेंसी मिलाकर ख्0 हजार रुपए मिलता है, पर पिछले क्8 महीनों से ये फेलोशिप की राशि के लिए तरस रहे हैं। इसकी वजह यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा यूजीसी को फेलोशिप राशि का यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं भेजा जाना है।

यूनिवर्सिटी का लगा रहे चक्कर

रांची यूनिवर्सिटी में तकरीबन सौ रिसर्च स्कॉलर्स हैं। ये पीजी डिपार्टमेंट्स में सर्विस दे रहे हैं। फेलोशिप की राशि नहीं मिलने से परेशान रिसर्च स्कॉलर्स कई बार यूनिवर्सिटी का चक्कर लगा चुके हैं, पर मामला अटका पड़ा है। उर्दू डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर हुजैफा ने बताया कि वे हर महीने यूनिवर्सिटी की दौड़ लगाते हैं, पर फेलोशिप की बजाय सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। इस बाबत वीसी और प्रो वीसी का घेराव करने का भी कुछ नतीजा नहीं निकला।

पूजा की छुट्टी के बाद यूजीसी से बात की जाएगी, ताकि रिसर्च स्कॉलर्स की फेलोशिप की राशि जल्द से जल्द रिलीज की जा सके।

डॉ एम रजीउद्दीन

प्रो वीसी, आरयू

Posted By: Inextlive