मेन मार्केट होने के बाद भी रोड पर भर जाता है पानी व

Meerut : मेरठ सिटी का सबसे बड़ा कस्बा कंकरखेड़ा नगर निगम की बेरुखी का लगातार शिकार बनता जा रहा है। कस्बे का वार्ड 18 में गुरुनानक मार्केट, छोटा बाजार, रेलवे मार्केट, पैंठ मार्केट, टंकी बाजार और साधू नगर इसमें आता है। नगर निगम की उपेक्षा का शिकार इस वार्ड के मेन मार्केट में बिना बरसात पानी भर जाता है। जिस कारण मार्केट से निकलने वाले सभी लोगों को इस गंदगी का सामना करना पड़ता है। वहीं सड़क भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं। विभाग नालों की सफाई कराने के नाम पर केवल खानापूर्ति ही कराता है।

पानी भरने से व्यापारी परेशान

मेरठ सिटी को स्मार्ट सिटी बनवाने के लिए चाहे कितना भी प्रयास किया हो, लेकिन जब तक कस्बों में विकास नहीं होगा, तब तक यह बात बेइमानी होगी। कंकरखेड़ा के वार्ड 18 में मेन मार्केट गुरुनानक व छोटा बाजार है। इसमें नालों की सफाई नहीं होने के कारण हर वक्त गंदा पानी रोड में भर जाता है। जिस कारण स्कूल के छोटे बच्चे और मार्केट में शॉपिंग करने वाले लोग इसमें होकर निकलते हैं। जिस कारण व्यापारियों का व्यापार पर भी प्रभाव पड़ने लगा है, जिस कारण व्यापारी परेशान हैं। आज इस क्षेत्र की हालत किसी पिछड़े गांव से भी बदतर हो चुकी है।

खस्ताहाल सड़क, बदहाल क्षेत्र

बदहाली का दंश झेल रहे इस वार्ड की सड़कें काफी समय से नहीं बनी हैं। सड़क केवल नाम की रह गई है, इसमें केवल गड्ढ़े ही रह गए हैं। इन गड्ढ़ों में गिरकर बाइक सवार और बच्चे घायल भी हो चुके हैं। नालियों का भी हाल बुरा है। इन नालियों की भी सफाई के नाम पर केवल नगर निगम खानापूर्ति ही करता है। हालात ये है कि यहां के लोग कामकाज छोड़कर नालियों से उफनती गंदगी को साफ करते हैं। गंदगी का आलम यह है कि चारों ओर कूड़े के ढेर पड़े हुए हैं। जिस कारण क्षेत्रीय लोग को स्कीन एलर्जी और डेंगू जैसी बीमारियों से दो चार होना पड़ता है।

अंधेरे में होती है छेड़छाड़

यहां स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है। शाम होते ही सुभाषपुरी व जवाहर पुरी, गोविंदपुरी में अंधेरा पसर जाता है, जिसका फायदा उठाकर अपराधिक प्रवृति के लोग युवती और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं। कॉलोनी के लोगों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।

रेलवे का खाली मैदान डंपिंग ग्राउंड

रेलवे स्टेशन के उतरकर कंकरखेड़ा में प्रवेश करने का एक मात्र रास्ता है छोटा बाजार। उसके पास ही रेलवे का एक खाली ग्राउंड पड़ा हुआ है, जिसमें घरों से निकली हुई गंदगी लोग इसमें डाल देते हैं। इसमें से निकलने वाली बदबू इतनी कि आने जाने वाले लोगों को उल्टी तक हो जाती है। नगर निगम आज तक कूडे़ डालने के लिए एक स्थान तक नहीं बना पाया है। इस बात से ही नगर निगम की उदासीनता का पता चल जाता है।

जब दुकान खोलने के लिए सुबह दुकानदार आते हैं तो गंदगी के दर्शन होते हैं। दुकान खोलकर नाले से निकलने वाली गंदगी को सबसे पहले व्यापारी साफ करते हैं। इस गंदगी के चलते व्यापार पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है।

गुल्लू ठाकुर, व्यापार संघ अध्यक्ष

नगर निगम हर वर्ष अपना कर आदि बढ़ा देता है। उसके बाद भी कोई सुविधा देने के लिए राजी नहीं है। पानी, सड़क, पथ प्रकाश की व्यवस्था अच्छी नहीं है। शाम होते ही कॉलोनी में अंधेरा छा जाता है। जिस कारण आने जाने में परेशानी होती है।

अमर दत्त शर्मा पूर्व पार्षद

नगर निगम को बरसात से पहले ही कस्बे के सभी नालों की सफाई कर देनी चाहिए, जिस कारण बरसात में जलभराव की समस्या से बचा जा सके। जो रोड व नाले टूटे हुए हैं वह जल्द सही कराए जाएं।

मनमोहन विग

एडवोकेट

टंकी रोड व नाले निर्माण की मांग नगर आयुक्त से 2012 से लगातार की जा रही है। उसके बाद भी कोई अधिकारी रोड बनवाने के लिए तैयार नहीं है। वार्ड में विकास कराने का प्रयास लगातार किया जा रहा है, लेकिन विभाग के अधिकारियों की उपेक्षा के चलते कोई काम नहीं हो रहा है।

ज्योति वाल्मीकि

स्थानीय पार्षद

इस क्षेत्र का दौरा मैं खुद करूंगा। यदि विकास को लेकर कहीं कोई कमी है तो विकास कार्य कराएं जाएंगे। जनता की जो समस्या है उसे शीघ्र ही दूर करने का प्रयास करेंगे, जो रोड बननी है वह भी जल्द बनवाई जाएगी। सुपरवाइजर की जांच कर कारवाई की जाएगी।

-उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive