RANCHI:भाजपा विधायक दल के नेता पद से अर्जुन मुंडा ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह इस्तीफा बुधवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय को भेजा है। मालूम हो कि अर्जुन मुंडा खरसावां सीट से विधानसभा चुनाव हार गए थे। उन्हें झामुमो के दशरथ गगरई ने करीब 11 हजार 982 मतों के अंतर से हरा दिया था। अर्जुन मुंडा खरसावां विधानसभा क्षेत्र से पांचवीं बार अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इससे पहले उन्होंने 1995 में इसी सीट से झामुमो के टिकट पर, 2000-2005 के अलावा 2011 के विधानसभा उप चुनाव में भी जीत हासिल की थी। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में भी जमशेदपुर से उन्होंने जीत दर्ज की थी। ईचागढ़ और घाटशिला के विधायक अर्जुन मुंडा को मुख्यमंत्री बनने की खातिर अपनी सीट छोड़ने को हैं तैयार

रघुवर का रथ रोक रहे अर्जुन समर्थक

बुधवार की सुबह से ही धुर्वा स्थित रघुवर दास के आवास पर नेताओं के अलावा मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ था। रघुवर दास जमशेदपुर से रांची आने वाले थे। प्रदेश स्तर के नेता से लेकर मीडिया को भी लग रहा था कि 12 बजे से दिल्ली में होने वाली संसदीय दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए रघुवर दास का नाम तय हो जाएगा। इसी बीच खबर आई की ईचागढ़ के विधायक ने अर्जुन मुंडा के लिए सीट छोड़ने की बात पत्रकारों से कही है।

अर्जुन बनें सीएम, सीट छोड़ने को तैयार विधायक

सरायकेला खरसावां जिले के ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक साधु चरण महतो ने कहा है कि यदि पार्टी नेतृत्व उनको मुख्यमंत्री बनाने को तैयार है, तो वो अर्जुन मुंडा के लिए अपनी सीट छोड़ने को भी तैयार हैं। इधर, घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के नव निर्वाचित विधायक लक्ष्मण टुडू ने भी अर्जुन मुंडा के लिए अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की है।

तो अर्जुन मुंडा बनेंगे सीएम

अर्जुन मुंडा के समर्थित विधायकों का कहना है कि 2009 में जमशेदपुर संसदीय सीट से निर्वाचित होने के बावजूद अर्जुन मुंडा 2011 में सीएम बने थे, तब भी खरसावां विधानसभा सीट से उनके लिए भाजपा विधायक मंगल सिंह सोय ने सीट छोड़ी थी और उपचुनाव में अर्जुन मुंडा जीत कर मुख्यमंत्री बने थे। कई विधायक प्रदेश स्तर से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक यह मैसेज पहुंचा रहे हैं कि में अर्जुन मुंडा को ही सीएम बनाया जाए।

Posted By: Inextlive