- तीन दिन में प्रदेश के हर स्कूली वाहन की जांच के आदेश

LUCKNOW : स्कूली बसों के साथ होने वाले हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन घटनाओं में मासूमों की जान जा रही है, लेकिन बेपरवाह परिवहन विभाग के अधिकारियों को इनकी मौत से कोई सरोकार नहीं है। इनकी मुस्तैदी उस समय देखने को मिलती है जब किसी घटना में कई मासूम हादसे की भेंट चढ़ जाते हैं। एक बार फिर एटा के अलीगंज में स्कूली बस के साथ ही दुर्घटना में दो दर्जन से अधिक बच्चों के दुर्घटना में मारे जाने के बाद परिवहन आयुक्त को स्कूली बसों की जांच की याद आई।

गाडि़यों की जांच के आदेश

परिवहन आयुक्त ने एटा में स्कूल बस में हुई दुर्घटना के बाद प्रदेश में सभी स्कूली वाहनों की जांच के आदेश दे दिए हैं। तीन दिन के अंदर परिवहन विभाग के अधिकारियों को प्रदेश भर में मौजूद एक-एक स्कूली वाहन चेक करने की सूचना के बाद हाथ पांव फूलने लगे हैं। सभी स्कूली वाहनों की फिटनेस, चालकों के लाइसेंस के साथ ही गाड़ी पर लिखे जाने वाले मानक चेक किए जाने हैं।

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स्कूल बंद कैसे होगी चेकिंग

यह आदेश ऐसे समय आया है कि प्रदेश भर में आरटीओ ऑफिस के अधिकारियों को इलेक्शन के लिए चुनाव ड्यूटी के लिए गाडि़यां पकड़ी जानी है। मामला सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। ठंड के चलते कक्षा आठ तक सभी स्कूलों में शुक्रवार तक छुट्टियां हैं, ऐसे में स्कूली वाहनों की जांच कैसे संभव हो सकती हैं। अगले तीन दिन के लिए दिया गया यह आदेश बिल्कुल बेकार साबित होगा। शुक्रवार को छुट्टी होगी, ऐसे में शनिवार को एक दिन स्कूल खुलेगा और रविवार को फिर छुट्टी रहेगी। ऐसे में इन तीन दिनों में गाडि़यों के लिए चलने वाले अभियान कितना कारगर होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।

सिर्फ रोड पर ही चेकिंग नहीं करनी है। हर आरटीओ को अपने यहां रजिस्टर्ड गाडि़यों की लिस्ट निकालनी होगी। सिर्फ उन गाडि़यों को ही चलने की छूट होगी। जब लिस्ट निकलेगी तो उन गाडि़यों में यह भी सामने आ जाएगा कि किसकी फिटनेस है और किसकी नहीं। हां इनके चालकों की चेकिंग करनी पड़ेगी।

- विजय कुमार सिंह

एडीशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पूर्वी

उप्र। परिवहन विभाग

एटा के एआरटीओ प्रवर्तन जे पी गुप्ता का तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही तीन दिन के लिए गाडि़यों की चेकिंग करनी जरूरी है। जिस अधिकारी ने इस मामले में जरा भी कोताही बरती तो उसे भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दूंगा। बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जाएगी।

के रविन्द्र नायक

परिवहन आयुक्त, उप्र। परिवहन विभाग

सवाल

आखिर ऐसे हादसों के लिए कौन जिम्मेदार है ?

Posted By: Inextlive