-शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव व स्वच्छ भारत मिशन के डायरेक्टर ने साझा की प्लानिंग

-100 केजी से ज्यादा वेस्ट उत्पन्न करने वाले प्रतिष्ठान अपने परिसर में लगायेंगे वेस्ट डिस्पोजल प्लांट

VARANASI

स्वच्छ भारत मिशन सेशहर के होटल, रेस्टोरेंट, मेस को जोड़ा जाएगा। एक सौ केजी या उससे अधिक वेस्ट प्रतिदिन उत्पन्न करने वाले प्रतिष्ठानों को रामघाट में लगे वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम जैसा प्लांट अपने परिसर में लगाने का आदेश जारी किया जाएगा। आदेश की न मानने पर प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उनके लाइसेंस रद किए जाएंगे। यह जानकारी शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव व स्वच्छ भारत मिशन के डायरेक्टर प्रवीण प्रकाश ने मीडिया पर्सस को दी। वह शुक्रवार को नगर निगम का मुआयना करने पहुंचे थे।

बनारस को बनाना है मॉडल

प्रवीण प्रकाश ने साफ कहा कि बनारस को स्वच्छता के लिहाज से मॉडल बनाना है। इसके लिए सभी को प्रयास करने होंगे। इसी क्रम में होटल, रेस्टोरेंट, मेस आदि संचालकों को भी इस अभियान से जोड़ने की कोशिश हो रही है। स्पष्ट किया कि यह काम तीन माह के अंदर किया जाएगा। इसके लिए नगर आयुक्त की ओर से आदेश संबंधित प्रतिष्ठानों के संचालकों को दिया जाएगा। प्रवीण प्रकाश ने कहा कि कचरे को लेकर आम लोगों को जागरूक करना होगा।

संस्था से होगा अनुबंध

संस्था से नगर निगम का अनुबंध होने के बाद लोगों को सूखा व गीला कचरे के बाबत जानकारी दी जाएगी। इसमें लोगों को बताया जाएगा कि गीला कचरे से किस प्रकार जैविक खाद बनता है। इसके लिए री-यूज, री-साइकिल कचरे को अलग कर आय के जरिया को अपनाने पर जोर दिया जाएगा।

सीमेंट फैक्ट्री का करेंगे भ्रमण

प्रवीण प्रकाश ने बताया कि री-यूज व री-साइकिल कचरे के अलावा ऐसे अवयव भी शेष रह जाते हैं जिसका रूपान्तरण संभव नहीं होता। ऐसे कचरे से फ्यूल बनाने का काम किया जाएगा। इसके लिए शनिवार को कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण के नेतृत्व में नगर निगम व एनटीपीसी के तकनीकी एक्सप‌र्ट्स का दल डाला स्थित सीमेंट फैक्ट्री का भ्रमण करेगा। इस दौरान यह मालूम करने की कोशिश होगी कि कचरे से फ्यूल के लिए जो गोटियां बनानी हैं वह किस प्रकार व कितनी साइज की होनी चाहिए।

स्वच्छता को लेकर जितने कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं उनकी मॉनिटरिंग के लिए नगर निगम के अफसरों की तैनाती की जाएगी।

Posted By: Inextlive