-99 साल के इतिहास में दसवीं और 12वीं का एक साथ पहली बार लखनऊ से जारी हो रहा रिजल्ट

-इसके पहले 2007 में पहली बार लखनऊ से घोषित हुआ था हाईस्कूल का बोर्ड रिजल्ट

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PRAYAGRAJ: एशिया का सबसे बड़ा एजुकेशन बोर्ड है यूपी बोर्ड। यहां का इतिहास और विशाल छात्रसंख्या हमेशा चर्चा का विषय रही है। पिछले 99 साल से प्रयागराज से यूपी बोर्ड का रिजल्ट घोषित होता आ रहा है। लेकिन इस बार यह 99 साल की परंपरा टूट जाएगी। पहली बार 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल्ट लखनऊ से घोषित हो रहा है।

2007 में लखनऊ से आया था हाईस्कूल का रिजल्ट

इससे पूर्व 2007 में इस इतिहास पर दाग लग चुका है। उस साल पहली बार हाईस्कूल का बोर्ड रिजल्ट लखनऊ से घोषित किया गया था। उस समय बोर्ड अध्यक्ष संजय मोहन थे और बोर्ड सचिव के पद पर वासुदेव यादव थे। तब दसवीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम लखनऊ से जारी किया गया था। उस समय कई स्तर पर इसका विरोध भी हुआ था। हालांकि उसके बाद कभी भी बोर्ड परीक्षा का परिणाम मुख्यालय के अलावा कहीं से जारी नहीं हुआ था। लेकिन इस बार फिर से बोर्ड परीक्षा के दोनों परिणाम एक साथ लखनऊ से जारी हो रहे हैं।

1921 में हुआ था यूपी बोर्ड का गठन

यूपी बोर्ड का गठन 1921 में हुआ था। हालांकि बोर्ड एग्जाम का आयोजन 1923 में हुआ था। इस तरह देखा जाए तो यूपी बोर्ड मुख्यालय अपने आप में 99 साल का इतिहास समेटे बैठा है। लेकिन धीरे-धीरे इस इतिहास की महत्ता कम करने की कोशिश की जा रही है। पहले बोर्ड परीक्षा के नियमों से लेकर परीक्षा कार्यक्रम और मूल्यांकन की तैयारी और फिर रिजल्ट जारी होने तक के सभी महत्वपूर्ण कार्य बोर्ड मुख्यालय से होते थे। लेकिन सत्र 2019-20 में बोर्ड परीक्षा का टाइम टेबल डिप्टी सीएम द्वारा जारी किया गया। वहीं इस बार बोर्ड परीक्षा का परिणाम भी लखनऊ से जारी किया जा रहा है। ऐसे में लोगों के मन में आशंका होने लगी है कि कहीं यूपी बोर्ड मुख्यालय भी लखनऊ न ट्रांसफर कर दिया जाए।

Posted By: Inextlive