- बिजनेसमैन से पब्लिक तक के लिए मुसीबत बनी खस्ताहाल रेती रोड

- मरम्मत की मांग के बावजूद नहीं सुन रहा नगर निगम

GORAKHPUR: एक तरफ जहां सिटी में डेवलपमेंट की बात हो रही है तो वहीं गोरखपुर का सबसे पुराना मार्केट कहा जाने वाला रेती बदहाली की मार झेलने को मजबूर है। मशहूर रेती रोड का हाल ये कि ये सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है। जिसके चलते व्यापारियों से लेकर खरीदारी करने पहुंचने वाले लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। बरसात में तो हालात इतने खराब हो जाते हैं कि यहां पैदल चलना तक मुश्किल हो जाता है। मंगलवार को भी हुई बारिश के बाद लोगों को रेती रोड होकर उर्दू बाजार, घंटाघर, गीता प्रेस जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। उखड़ी हुई रोड जहां एरिया के बिजनेसमैन का कारोबार प्रभावित कर रही है, वहीं डेली इस रोड से गुजरने वाले हजारों लोगों ने भी अब नगर निगम के जिम्मेदारों के उदासीन रवैये पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिए हैं।

विकास के दावे फेल, पब्लिक रही झेल

गोरखपुराइट्स की जुबान पर गली चौराहे से लेकर सोशल मीडिया तक यही चर्चा होती है कि गोरखपुर में काफी विकास हुआ है। लेकिन सिटी की रेती रोड का हाल विकास के दावों को मुंह चिढ़ा रहा है। बड़े-बड़े कंकड़ और वॉटर लॉगिंग से राहगीरों का पैदल चलना तक मुश्किल हो रहा है। गोरखपुर मोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष साहब आलम बताते हैं कि काफी समय से रेती रोड का बहुत बुरा हाल है जिसके चलते बिजनेस चौपट हो रहा है। थोड़ी सी बारिश में ही वॉटर लॉगिंग होने के चलते चलना दूभर हो जाता है। कई बार सड़क के मरम्मत के लिए नगर निगम के अधिकारियों को पत्र लिखा गया। कई बार चक्कर भी लगाया गया लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं है। पार्षद से भी कहा गया लेकिन उनकी भी नगर निगम में कोई नहीं सुनता। छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं तो कई बार खराब सड़क के चलते गिर चुके हैं।

रेती रोड से डेली गुजरने वाली पब्लिक - 1,24,000

रेती रोड पर दुकानें - 1200

उर्दू बाजार में दुकानें - 1560

कोट्स

रेती रोड पर आने के बाद जाम के झाम में फंसना तो तय है। सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है लेकिन कोई जिम्मेदार इस सड़क पर नजर नहीं डालता।

- नितिन मातनहेलिया, बिजनेसमैन

सड़क बने दो साल हो गए लेकिन उसके बाद से कोई झांकने तक नहीं आया। कई बार इसके लिए नगर निगम अधिकारियों से कहा जा चुका है लेकिन वे सुनते ही नहीं। यहां कोई विकास नहीं है।

- श्यामजी, बिजनेसमैन

रेती रोड की सड़क तो उखड़ गई है। आना-जाना दूभर हो गया है। स्कूली बच्चों से लगाए हर वर्ग के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़क के उखड़ जाने से जाम का भी सामना करना पड़ता है।

- आशीष, बिजनेसमैन

रेती रोड पर मेरा कारोबार है। पिछले कई महीने से सड़क खराब है लेकिन कोई ध्यान ही नहीं देता है। राहगीरों के लिए इस रास्ते से उर्दू बाजार जाना मजबूरी है।

कमलेश त्रिपाठी, बिजनेसमैन

वर्जन

तीन बार नगर निगम को प्रस्ताव बनाकर दे चुका हूं। दो बार इस्टीमेट भी बन चुका है लेकिन उसके बाद भी नगर निगम ने जहमत नहीं उठाई। फिर से अवस्थापना निधि से बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर दिया है।

आनंदवर्धन सिंह, वार्ड नंबर 55

पार्षद सही कह रहे हैं। नगर निगम के पास बजट नहीं है। रेती रोड के निर्माण के लिए 14वें वित्त के अवस्थापना की मीटिंग होने वाली है। उसी में डिसाइड किया जाएगा।

सुरेश चंद्र, चीफ इंजीनियर, नगर निगम

Posted By: Inextlive