एडीए जेई ने रिटायर्ड शिक्षक को फोन कर मांगी रिश्वत

काल रिकार्ड कर रिटायर्ड शिक्षक ने एडीए वीसी को सुनाया

ALLAHABAD: शहर में मकान बनाना है तो नक्शा पास कराने के बाद भी एडीए अधिकारियों को चढ़ावा चढ़ाना होगा। ऐसा न करने पर सरेआम धमकाया जाता है। कार्रवाई का भय दिखाया जाता है। लेकिन पीडि़तों की ओर से मजबूत साक्ष्य न मिल पाने पर एडीए के वरिष्ठ अफसर आरोपी मातहतों पर कार्रवाई नहीं कर पाते। लेकिन इस केस में पीडि़त की सतर्कता के चलते मकान बनवाने के एवज में रिश्वत मांगने वाले एडीए जेई की करतूत खुल गयी। एडीए वीसी ने आरोपी जेई के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है।

रिटायर्ड शिक्षक को धमकाया

प्रतापगढ़ के नारायनगंज क्षेत्र के खमपुर गांव निवासी रिटायर्ड शिक्षक लल्लन वर्मा ने एडीए के शांतिपुरम आवासीय योजना के सेक्टर ए-8 में एक व्यक्ति से 90 वर्ग मीटर का प्लाट पत्नी राजपती देवी के नाम से लिया है। नामांतरण भी हो चुका है। गुरुवार को एडीए कार्यालय पहुंचे रिटायर्ड शिक्षक ने वीसी देवेंद्र कुमार पांडेय से मुलाकात की। उनको बताया कि भवन का निर्माण कराना शुरू किया तो सुपरवाइजर अमरनाथ आए और पांच हजार रुपये की मांग कर ले गए। इसके बाद दोबारा साइट पर आए और पांच हजार रुपये ले लिया। ठेकेदार से भी पैसे ले लिया और बार-बार पैसे की मांग करते हुए धमकी दे रहे हैं। इस रिटायर्ड शिक्षक ने वीसी को मोबाइल पर मिली धमकी के साथ बातचीत की पूरी रिकार्डिग सुनाई। वीसी ने तत्काल जेई के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया।

रिकार्ड हुई जेई की कारस्तानी

एडीए जेई- हैलो मास्टर साहब बोल रहे हैं क्या?

बुजुर्ग- हां-हां-हां

जेई- मैं एडीए से जेई संत कुमार मिश्रा बोल रहा हूं। अरे वो अमरनाथ सिंह दो-तीन बार आपके घर गए, मुलाकात आप से नहीं हो रही है।

बुजुर्ग- दे तो दिया है, उनको दे तो दिया है

जेई- दो ही दिया है न पांच-पांच हजार

बुजुर्ग- पांच-पांच हजार दिया है और कितना दें?

जेई- तो उपर वाला फ्री में बनवाएंगे क्या?

बुजुर्ग- अभी बना कहां है?

एडीए जेई- तो क्या ऊपर वाले का चालान कर दें

बुजुर्ग- तो कर दीजिए, जब आपको संतोष नहीं है। दस हजार रुपये दे चुके हैं।

जेई- संतोष की बात नहीं है। जब आपने पहले किसी और माध्यम से बात की। फिर जब बात हो चुकी है तो आप पता नहीं क्यों मुकर रहे हैं। ठेकेदार ने कहा था कि स्लैब पड़ जाएगा तो पैसा मिल जाएगा।

बुजुर्ग- हां तो दिए तो

जेई- आप हैं कहां

बुजुर्ग- मैं गांव पर हूं। परसों आऊंगा

जेई- मास्टर साहब आकर मिल लीजिएगा। हम नहीं चाहते हैं कि आपको कोई दिक्कत हो। चालान के बाद आपको दिक्कत हो जाएगी। पुलिस वाले परेशान करेंगे तो क्या फायदा मिलेगा आपको?

बुजुर्ग- तो कर दीजिए जब आपको संतोष नहीं है तो हम क्या करें, जो होगा देखा जाएगा।

जेई- संतोष की बात नहीं है, आप मास्टर आदमी हो। जब पांच-पांच हजार रुपये की बात हुई थी तो आपने पांच-पांच हजार नहीं दिया।

बुजुर्ग- सर, हम कितने लोगों को दें अमरनाथ को दें, राम राज को दें। आपको दें। किसको-किसको दें।

जेई- रामराज को भी दिया है क्या?

बुजुर्ग- उसने मेरे साथ अभद्रता की, गाली-गलौज किया। मैं मैडम से शिकायत करूंगा।

जेई- उसको छोडि़ए, मैने कुछ नहीं कहा ना। आप आइएगा तो मुझसे मिल लीजिएगा।

Posted By: Inextlive