10-20 की गड्डी मिली तो लौटा दी पेंशन
प्रधान डाकघर में गहराया बड़ी नोटों का संकट
dhruva.shankar@inext.co.inALLAHABAD: कभी दो हजार की नोट तो कभी पांच सौ रुपए की नोट बंद होने की अफवाह उड़ती रही है। इन अफवाहों के बीच प्रधान डाकघर में शुक्रवार को ऐसा वाकया घटित हुआ जब रिटायर्ड कर्मचारी राम सजीवन मिश्रा ने पेंशन ही लेने से इंकार कर दिया। जब वे काउंटर पर अपनी पेंशन लेने पहुंचे तो कर्मचारी ने उन्हें दस और बीस रुपए की गड्डी पकड़ा दी इससे श्री मिश्रा खफा हो गए। सीनियर पोस्ट मास्टर आरएन यादव ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि एसबीआई की मेन ब्रांच से इस समय यही करेंसी मिल रही है। इसके बावजूद श्री मिश्रा ने पेंशन नहीं ली और लौट गए।
एसबीआई ने खड़े किये हाथ
प्रधान डाकघर में दस और बीस रुपए की नोट सिर्फ शुक्रवार को ही नहीं दी जा रही थी बल्कि यह सिलसिला पिछले पंद्रह दिनों से लगातार चल रहा है। इसकी बड़ी वजह यही है कि प्रधान डाकघर को पुलिस लाइंस के सामने स्थित एसबीआई की मेन ब्रांच के गर्वनमेंट ट्रांजेक्शन ब्रांच से बीस अप्रैल के बाद से अब तक दो हजार, पांच सौ, दो सौ और सौ रुपए की लाट भेजी ही नहीं जा रही है। सीनियर पोस्ट मास्टर श्री यादव ने बताया कि इस संबंध में तीन बार एसबीआई की मेन ब्रांच से पत्र व्यवहार किया गया लेकिन वहां से यही जवाब मिलता है कि आरबीआई से नोटों की खेप नहीं आ रही है।
पंद्रह दिनों से कस्टमर को परेशानी उठानी पड़ रही है। एसबीआई की गर्वनमेंट ट्रांजेक्शन ब्रांच से संपर्क किया गया तो यही जवाब मिलता है कि आरबीआई से नोटों का बंडल नहीं आ रहा है। यह परेशानी कब तक चलेगी इसके बारे में नहीं बताया जा सकता है।
आरएन यादव,सीनियर पोस्ट मास्टर