छात्रा की गैंगरेप और हत्या का मामला--फ्लैग

सद्गुरु और दीपू ही हैं दरिंदे

-पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूला, बस सुबूतों का मिलान बाकी

-आरोपियों के नार्को और पॉलीग्राफिक टेस्ट के लिये पुलिस ने की कोर्ट में अपील

-फिलहाल सुबूतों से छेड़छाड़ में पुलिस ने भेजा जेल

LUCKNOW: इंटरमीडियट की छात्रा स्वाति (बदला नाम) से गैंगरेप और हत्या करने वाले दीपू और सदगुरु ही हैं। सूत्रों के अनुसार, पुलिस पूछताछ में इन दरिंदों ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस बस साइंटिफिक सुबूतों का इंतजार कर रही है। फिलहाल, पुलिस ने दोनों आरोपियों को आईपीसी की धारा 201 (साक्ष्य छिपाने का प्रयास) के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है। एसएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि दोनों आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड और नार्को टेस्ट व पॉलिग्राफिक टेस्ट के लिये कोर्ट में अपील की गई है। मंजूरी मिलने पर दरिंदगी से पूरी तरह पर्दा उठने की उम्मीद है। पुलिस ने गोल्फ क्लब के कैडी माइकल व नासिर का भी मेडिकोलीगल टेस्ट कराकर उनके नमूनों को फोरेंसिक साइंस लैब भिजवा दिया गया है। इस बीच, लापरवाही के आरोप में नरही चौकी प्रभारी अवनीश सिंह को निलंबित कर दिया है।

यह है घटनाक्रम

जानकीपुरम निवासी 12वीं की छात्रा स्वाति बीती 10 फरवरी को सुबह 8 बजे साइकिल से प्रैक्टिकल एग्जाम देने के लिये घर से निकली थी। पर, जब वह 9.30 बजे तक वह कॉलेज न पहुंची तो उसकी टीचर ने स्वाति की मां को कॉल कर इसकी सूचना दी। जानकारी मिलने पर स्वाति की मां ने उसे कॉल किया। पर, मोबाइल फोन स्विचऑफ था। पूरे दिन परिजनों ने स्वाति की तलाश की लेकिन, उसका कोई सुराग नहीं मिला। जिसके बाद स्वाति के पिता ने थाना जानकीपुरम में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी। लापता होने के अगले दिन फिर से कुछ देर के लिये स्वाति का मोबाइल फोन ऑन हुआ पर, फिर से ऑफ हो गया। आखिरकार 13 फरवरी को स्वाति का मोबाइल फोन हैदरगढ़ के भिठुआखेड़ा में ऑन हुआ। हरकत में आई पुलिस उस मोबाइल फोन तक जा पहुंची। पता चला वह मोबाइल फोन एक महिला के पास है। महिला ने पुलिस को बताया कि यह मोबाइल फोन लखनऊ में रिक्शा चलाने वाले उसके पति सद्गुरु ने भेजा है। वापस लौटी पुलिस ने सद्गुरु को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी दीपक उर्फ दीपू को भी कस्टडी में ले लिया। पुलिस ने उसके घर से स्वाति का ब्लेजर भी बरामद कर लिया। पुलिस ने लखनऊ गोल्फ क्लब के दो कैडीज सैमुअल उर्फ माइकल व निसार उर्फ नासिर को कस्टडी में ले लिया।

टालमटोल के बाद कबूला जुर्म

सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती पूछताछ में सद्गुरु और दीपू टालमटोल करते रहे। उनका कहना था कि यह मोबाइल फोन उन्हें 11 फरवरी को लालकुआं में पड़ा मिला। पर, नेट लॉग निकलवाने के बाद पता चला कि आरोपियों के हाथ में स्वाति का मोबाइल 10 फरवरी को दोपहर 12 बजे से पहले लग चुका था और वे इसके बाद पार्क रोड से दारुलशफा, लालबाग चौराहा, बांसमंडी स्थित होटल अमर प्रेम और उसके बाद स्टेशन रोड स्थित चिंटल्स हॉउस तक गए थे। इसके बाद उन्होंने मोबाइल फोन स्विचऑफ कर लिया। कड़ी पूछताछ में उन दोनों ने बताया कि स्वाति का मोबाइल फोन उन्होंने अपने रिक्शे की सीट के नीचे रख लिया। उधर, गिरफ्त में आए कैडीज ने पुलिस को बताया कि सद्गुरु और दीपू ने उन्हें बीती 10 फरवरी की दोपहर बताया था कि नाले के किनारे पेड़ पर एक लड़की का शव लटका है, लेकिन वे भी चुप्पी साधे रहे। कैडीज के बयान के बाद फिर से पुलिसकर्मियों ने सद्गुरु और दीपू से पूछताछ शुरू की। सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार देररात आखिरकार सद्गुरु और दीपू ने कबूल कर लिया कि उन दोनों ने ही छात्रा के संग रेप किया फिर उसकी हत्या कर दी। बताया जाता है कि बयान में दीपू ने बताया कि सद्गुरु ने छात्रा की मौत के बाद भी रेप किया।

Posted By: Inextlive