अपनी पसंद के लोकपाल बिल को लाने के लिए लड़ रही अन्ना हजारे की टीम के भीतर की उठा पटक एक बार फिर से बाहर आ गई है.

रविवार को अन्ना हजारे की कोर समिति के सदस्यों की एक बैठक से टीम के सदस्य मुफ्ती शमीम कासमी बैठक छोड़ कर बाहर आ गए। शमीम कासमी ने बैठक से बाहर निकल कर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वो टीम अन्ना को छोड़ रहे हैं क्योंकि वहां मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं है।

काजमी ने यह भी आरोप लगाया कि टीम अन्ना के सदस्य अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अन्ना हजारे को अपनी मर्जी के मुताबिक चला रहे हैं।

दूसरी तरफ टीम अन्ना के सदस्यों के इस बात का खंडन किया है। उन्होंने कासमी के ऊपर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्होंने बैठक के भीतर चल रहे विचार को गुपचुप तरीके से अपने फोन में रिकॉर्ड करने की कोशिश की।

टीम अन्ना के सदस्य कुमार विश्वास और शाजिया इल्मी के मुताबिक कासमी "ऑडियो रिकॉर्डिंग करते हुए पकड़े गए." कुमार विश्वास और शाजिया इल्मी के अनुसार जब कासमी से पूछा गया कि वो यह रिकॉर्डिंग क्यों कर रहे हैं तो वो बैठक से उठ कर बाहर निकल गए।
चंद रोज़ पहले अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के साथ मिल कर आंदोलन करने की घोषणा के बाद से टीम अन्ना के भीतर उथल पुथल मचने की खबर आ रही थी।

ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि टीम अन्ना का कोई सदस्य टीम छोड़ कर खट्टे मन से बाहर निकल गया हो। इसके पहले स्वामी अग्निवेश को टीम अन्ना छोड़नी पड़ी था। अग्निवेश को ऐसा इसलिए करना पड़ा था क्योंकि उनकी एक वीडियो क्लिप बाहर आ गई थी जिसमे वो अन्ना हजारे के खिलाफ बात कर रहे थे।

उसके बाद जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता पीवी राजगोपाल और राजिंदर सिंह ने टीम अन्ना के अंदर निर्णय लेने की प्रक्रिया से असंतुष्ट हो कर अपने आप को अन्ना के आंदोलन से अलग कर लिया था।

Posted By: Inextlive