Ranchi : रिम्स में मंगलवार दोपहर दो बजे से चल रही जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की हड़ताल तो बुधवार की सुबह दस बजे खत्म हो गई, पर इस हड़ताल ने रिम्स डायरेक्टर डॉ तुलसी महतो की कुर्सी छीन ली। झारखंड गवर्नमेंट के ज्वॉइंट सेक्रेटरी विनोद कुमार मिश्र के सिग्नेचर से आए फैक्स के बाद रिम्स डायरेक्टर डॉ तुलसी महतो ने कुर्सी छोड़ दी। वहीं, ज्वॉइंट सेक्रेटरी के ही लेटर से आए आदेश के बाद रिम्स सुपरिंटेंडेंट डॉ एसके चौधरी ने रिम्स डायरेक्टर का एडिशनल चार्ज संभाल लिया। रिम्स के नए एक्टिंग डायरेक्टर डॉ एसके चौधरी से मिले सुरक्षा के आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी और काम पर लौट आए। जूनियर डॉक्टर्स के काम पर लौटने के बाद रिम्स की चिकित्सा व्यवस्था फिर से पटरी पर अा गई है।

मारपीट के कारण हटाए गए तुलसी

रिम्स के डेंटल कॉलेज के इंस्पेक्शन में डीसीआई की टीम के साथ लगे डॉ तुलसी महतो को जैसे ही फैक्स की इनफॉर्मेशन मिली, वह डायरेक्टर ऑफिस आए और बिना चार्ज दिए डायरेक्टर ऑफिस से निकल गए। गवर्नमेंट के ज्वॉइंट सेक्रेटरी का रिम्स डायरेक्टर तुलसी महतो को हटाए जाने का फैक्स बुधवार की सुबह क्0.क्भ् बजे बजे आया था। डॉ तुलसी महतो को रिम्स में अक्सर होनेवाली मारपीट की वजह से हटाया गया। हर मारपीट के बाद डॉक्टर्स की हड़ताल से रिम्स में मरीज और परिजनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डॉ महतो को रिम्स की सुरक्षा में लापरवाही बरतने और मारपीट की घटनाएं रोकने में असफल रहने की वजह से अपना पोस्ट गंवाना पड़ गया।

सचिवालय से नहीं बन रही थी डॉ महतो की

डॉ तुलसी महतो के रिम्स डायरेक्टर पोस्ट गंवाने की तात्कालिक वजह भले ही रिम्स में जेडीए की हड़ताल रही हो, पर बड़ी वजह हेल्थ डिपार्टमेंट और सचिवालय के अधिकारियों की किरकिरी होना भी है। सोर्सेज बताते हैं कि सचिवालय के अधिकारियों से रिम्स के एक्स डायरेक्टर डॉ तुलसी महतो की नहीं बन रही थी। वह हेल्थ मिनिस्टर के तो चहेते थे, पर दूसरे फ्रंट पर कमजोर पड़ गए थे। खुद डॉ तुलसी महतो ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश की गई थी और साजिश के तहत हड़ताल कराई गई थी। हालांकि, उन्होंने साजिशकर्ता के बारे में खुलासा नहीं किया।

यह मेरे साथ अच्छा नहीं हुआ

गवर्नमेंट के आदेश से रिम्स डायरेक्टर के पद से हटाए जाने के बाद भी डॉ तुलसी महतो ने डॉ एसके चौधरी को पदभार नहीं दिया। वह दिनभर डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई) की दो सदस्यीय टीम के साथ इंस्पेक्शन में लगे रहे। उन्होंने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता रिम्स है और डेंटल कॉलेज जल्द से जल्द खुलवाना हैं। उन्होंने कहा कि उनके साथ जो हुआ है, वह उचित नहीं है।

ख्ख् दिसंबर को पूरा हो गया था कार्यकाल

बतौर रिम्स डायरेक्टर डॉ तुलसी महतो ने अपने तीन साल का कार्यकाल ख्ख् दिसंबर ख्0क्फ् को पूरा कर लिया था। इसके बाद उन्हें एक्सटेंशन दिया गया था, जो अगले आदेश तक के लिए था। ख्8 मई ख्0क्ब् को यह कार्यकाल खत्म हो गया। रिम्स के प्रावधान के मुताबिक, रिम्स डायरेक्टर को अगले दो साल तक का सर्विस एक्सटेंशन मिल सकता था, पर ऐसा तभी हो सकता है, जब उनकी उम्र म्0 साल से कम हो।

चार्ज ले लिया है डॉ चौधरी ने

एमएलए उमाशंकर अकेला की नतिनी की रिम्स की डॉ प्रीतिबाला सहाय की यूनिट में इलाज की पूरी व्यवस्था करने में जुटे रिम्स के एक्टिंग डायरेक्टर डॉ एसके चौधरी क्ख्.0भ् बजे रिम्स डायरेक्टर ऑफिस पहुंचे और उन्होंने रिम्स के एक्टिंग डायरेक्टर का एडिशनल चार्ज ले लिया। चार्ज लेने के बाद भी वह रिम्स डायरेक्टर की कुर्सी पर नहीं बैठे और सचिवालय चले गए। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा- एडिशनल चार्ज के लिए गवर्नमेंट की ओर से आदेश आया था। चार्ज ले लिया है। मेरी पहली प्राथमिकता मरीज का हित है। रिम्स में होनेवाली मारपीट की घटनाएं वर्क कल्चर में होनेवाली खराबी का नतीजा है और अगर वर्क कल्चर में सुधार लाया गया, तो ऐसी घटनाएं नहीं होंगी।

यह है मामला

डॉ नेहादीन की पिटाई के बाद से मंगलवार दोपहर बाद से रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए थे। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने डॉ नेहादीन की पिटाई के बाद हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया था। इसके बाद ओपीडी बंद करा दी गया था, पर इमरजेंसी और अन्य सेवाएं चालू थीं। एसोसिएशन का कहना था कि अगर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो इमरजेंसी समेत सभी ऑपरेशन ठप कर दिए जाएंगे। इस घटना के बाद से रिम्स में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई थी।

दोपहर में डॉक्टर्स ने पीटा था

डॉक्टर्स ने मंगलवार को रिम्स ठप कराने की घोषणा की और दोपहर में लेबर रूम में भर्ती सोमा की जमकर पिटाई कर दी थी। इससे लेबर रूम के बाहर अफरा-तफरी का माहौल गया था। पीडि़त महिलाओं का कहना था कि डॉक्टर्स ने उन्हें खूब पीटा है और पुरुषों को उठाकर ले गए हैं। घटना की जानकारी मिलने पर रिम्स सुपरिंटेंडेंट डॉ एसके चौधरी वहां पहुंचे और मामले का जायजा लिया। इसके बाद पुलिस बुलाई गई, तब जाकर मामला शांत हुआ था।

दोनों पक्ष ने कराई एफआईआर

रिम्स में डॉक्टर के साथ हुई मारपीट के मामले में बरियातू थाना में दोनों ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई। डॉक्टर्स की ओर से बतौर रिम्स डायरेक्टर डॉ तुलसी महतो और दूसरे पक्ष की ओर से सोमा रानी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद बरियातू पुलिस ने आरोपी नीतू को हिरासत में ले लिया।

बंटीं मिठाइयां, िमले गुलदस्ते

डॉ एसके चौधरी द्वारा रिम्स डायरेक्टर का एडिशनल चार्ज संभालने के बाद उनसे मिलने डॉ विवेक कश्यप, डॉ चंद्रमोहन और डॉ रघुनाथ सिंह समेत कई डॉक्टर्स पहुंचे और उन्हें बधाई दी। रिम्स की नर्सो ने भी उन्हें गुलदस्ता देते हुए बधाई दी। सभी को काजू की बर्फी खिलाई गई।

Posted By: Inextlive