RANCHI: झारखंड में शनिवार एक बार फिर ब्लैक सैटरडे बन गया। एक ही दिन रामगढ़, कोडरमा और खूंटी तीन जगहों पर अलग-अलग एक्सीडेंट में तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। वहीं, इन एक्सीडेंट में दो लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी। इधर, इलाज के लिए घायलों से रिम्स पूरी तरह पट गया। सीओटी में भीड़ जमा हो गई। घायलों की संख्या इतनी अधिक थी कि स्ट्रेचर पर ही डॉक्टरों को उनका आपरेशन करना पड़ा। वहीं, इमरजेंसी में जमीन पर भी बेड लगाने पड़े। इसके बावजूद कई जख्मी लोगों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ा। हालांकि, रिम्स मैनेजमेंट स्थिति को देखते हुए तुरंत अलर्ट हो गया।

इलाज में जुटे सीनियर-जूनियर डॉक्टर्स

जैसे ही रिम्स प्रबंधन को बड़ी दुर्घटना की जानकारी मिली तो सभी को अलर्ट कर दिया गया। सीनियर-जूनियर डॉक्टर्स भी इमरजेंसी में पहुंच गए। वहीं घायलों के लिए जमीन पर चादरें बिछाई गई। पिछली बार एक्सीडेंट के बाद काफी संख्या में घायल पहुंचे थे। बेड नहीं होने की स्थिति में जमीन पर ही मरीजों का इलाज किया जा रहा था।

क्। बाराती वैन ने ट्रक में मारी टक्कर, ख् की मौत, क्7 जख्मी

कोडरमा

घायलों ने बताया कि पुरनाडीह से डोमचांच राजू मेहता की बारात शुक्रवार को गई थी। शनिवार को बारात वापस आ रही थी तो पुरनाडीह से एक किलोमीटर पहले ही पिकअप वैन के ड्राइवर ने ट्रक में टक्कर मार दी। इससे वैन में सवार ख्0 में क्7 लोग घायल हो गए। वहीं, भ्भ् वर्षीय रामलाल महतो की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घायलों में क्0,क्भ्,ख्0 और फ्0 साल के लोग ज्यादा हैं।

नहीं मिली ट्रॉली, पिता ने थामी स्लाइन की बोतल

कोडरमा के पुरनाडीह के रहने वाले टेक नारायण मेहता को घायल होने के बाद रिम्स लाया गया। जहां इमरजेंसी में उसका ट्रीटमेंट करने के बाद डॉक्टर ने उसे एकसरे कराने के लिए कहा। ऐसे में एक्सरे कराने के लिए जब उसके पिता जीवन मेहता को ट्राली नहीं मिली तो वह पैदल ही अपने बेटे को एक्सरे के लिए ले गए। वहीं उसकी स्लाइन की बोतल को वह हाथ में पकड़े हुए थे ताकि बेटे को स्लाइन चढ़ता रहे।

Posted By: Inextlive