RANCHI : सरकार द्वारा राज्य के रिमोट एरियाज में तीन साल तक सेवा अनिवार्य किए जाने और बांड की मियाद एक साल से बढ़ाकर तीन साल करने के विरोध में रिम्स के पीजी स्टूडेंट्स का विरोध प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को भी जहां मेडिकोज ने काला बिल्ला लगाकर मरीजों का इलाज किया, वहीं रिम्स एडमिनिस्ट्रेशन ने उनका पेमेंट रोक दिया है। ऐसे में मेडिकोज अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। वे स्ट्राइक पर जाने की योजना बना रहे हैं। अगर मेडिकोज अपने रुख पर अड़े रहते हैं तो यहां इलाजरत मरीजों की मुसीबतें फिर बढ़ सकती हैं।

विभाग नहीं है गंभीर

रिम्स के 2015 बैच के पीजी स्टूडेंट्स द्वारा किए जा रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट गंभीर नहीं है। इस बाबत मेडिकोज अपनी डिमांड्स से रिम्स के डायरेक्टर को भी अवगत करा चुके हैं, लेकिन इस मुद्दे का कोई सॉल्यूशन नहीं निकल रहा है। सरकार जहां अपने निर्णय पर अडिग है, वहीं पीजी स्टूडेंट्स इसमें बदलाव को लेकर आंदोलन तेज करने की तैयारी में हैं।

तीन साल की सेवा व बांड भरना अनिवार्य

2015 बैच तक के पीजी स्टूडेंट्स को एक साल का बांड भरने का नियम था, जिसे अब बढ़ाकर तीन साल कर दिया गया है। इतना ही नहीं, तीन साल तक अनिवार्य सेवा नहीं करने पर जुर्माना की राशि में भी भारी इजाफा कर दिया गया है, लेकिन यह 2015 बैच के पीजी स्टूडेंट्स पर लागू नहीं होता। ऐसे में उन्हें इससे अलग किया जाए।

Posted By: Inextlive