RANCHI:सारे गरीबों का ठेका हम ही ले रखे हैं क्या? न जाने कहां-कहां से चले आते हैं। यह कहते हुए रिम्स सुपरीटेंडेंट शुक्रवार को उस समय एक गर्भवती महिला को फटकार लगाते हुए आगे बढ़ गए, जब पीडि़ता जांच के लिए हॉस्पिटल में दर-दर की ठोकरें खाती हुई उनके चैंबर के पास पहुंची। सुपरीटेंडेंट मामला अपने गार्ड पर टालते हुए निकल लिये। इस संबंध में पीडि़ता के परिजन हेहल निवासी सुनिल उरांव ने सीएम सचिवालय में कंप्लेन दर्ज कराई है। साथ ही सीएम का ध्यान आकृष्ट कराया है कि ऐसे ही न जाने कितने मरीजों को हर दिन रिम्स में परेशानी झेलनी पड़ती है।

भ्00 का नोट होने पर मेडाल से लौटाया

मेडाल लैब में पीडि़ता उजाला जांच के लिए गई थी। उसे डॉक्टर ने थायरॉयड की जांच कराने के लिए कहा था। लेकिन भ्00 रुपए होने के कारण मेडाल से उसे लौटा दिया गया और चेंज पैसे लाने को कहा गया। इसके बाद वह रिम्स के कैश काउंटर पर गई तो उसे मशीन खराब होने की बात कही गई। इसके बाद वह अपनी शिकायत लेकर डायरेक्टर के पास पहुंची लेकिन गा‌र्ड्स ने मिलने नहीं दिया। हारकर वह सुपरिटेंडेंट के पास पहुंची, लेकिन वहां भी उसकी समस्या नहीं सुनी गई।

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ट्राली मांगी तो मिली दुत्कार, पीठ पर मरीज को पहुंचाया ओपीडी

रिम्स में अव्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गढ़वा से भजन लाल यादव अपने दादा मिठु यादव को लेकर आए थे। जब उसने ट्राली की मांग की तो गार्ड ने भगा दिया। इसके बाद वह अपने दादा को पीठ पर लादकर सर्जरी ओपीडी में दिखाने ले गए। वहां पर डॉक्टर से दिखाने के बाद उसने वहां मौजूद सुपरवाइजर से दोबारा ट्राली मांगी तो फिर से उसने दुत्कार दिया।

Posted By: Inextlive