- गंगा में वाटर लेवल हाई होने के कारण 16 दिन लेट शुरू हुई ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग

- ट्यूजडे को पहले दिन 200 टूरिस्ट्स ने गंगा में रिवर राफ्टिंग का लिया रोमांच

RISHIKESH: तीर्थनगरी ऋषिकेश में ट्यूजडे से गंगा में राफ्टिंग का आगाज हो गया। इससे टूरिस्ट्स के साथ ही व्यवसायियों के चेहरे भी खिल उठे हैं। मानसून सीजन में दो महीने के ब्रेक के बाद ट्यूजडे को गंगा में राफ्टिंग दोबारा शुरू हुई। इस बार गंगा का वाटर लेवल बढ़े होने के कारण राफ्टिंग सेशन को शुरू होने में 16 दिन लेट हुई। ट्यूजडे को फ‌र्स्ट डे करीब ढाई दर्जन राफ्टों में 200 से अधिक टूरिस्ट्स ने राफ्टिंग का रोमांच लिया।

मानसून सीजन में बंद कर दी गई थी राफ्टिंग

गंगा के कौडि़याला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में रिवर राफ्टिंग फेमस एडवेंचर एक्टिविटी है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में टूरिस्ट राफ्टिंग का लुत्फ उठाने के लिए ऋषिकेश पहुंचते हैं। मानसून सीजन में गंगा का वाटर लेवल बढ़ने के कारण सिक्योरिटी को लेकर 31 जून से 31 अगस्त तक राफ्टिंग को बंद रखा जाता है। एक सितंबर से राफ्टिंग के न्यू सेशन का आगाज होता है, मगर इस वर्ष अगस्त में हिल एरियाज में हुई भारी बारिश के कारण एक सितंबर तक गंगा का वाटर लेवल राफ्टिंग के अनुकूल नहीं पाया गया। जिसके कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका। दो सितंबर को गवर्नमेंट की ओर से गठित तकनीकी कमेटी ने गंगा में राफ्ट उतारकर राफ्टिंग की संभावना तलाशी। मगर, गंगा का वाटर लेवल बहुत अधिक था। लिहाजा दस दिन बाद फिर से तकनीकी जांच करने का डिसीजन लिया गया। 12 सितंबर को तकनीकी कमेटी ने दोबारा गंगा के वाटर लेवल की जांच की, तब भी वाटर लेवल करीब एक मीटर अधिक था। इसके बाद 15 सितंबर को कमेटी फिर से जांच कर रिपोर्ट शासन को सौंपी। इस पर पर्यटन विभाग ने ट्यूजडे से राफ्टिंग शुरू करने की परमिशन दे दी है।

200 टूरिस्ट्स ने की राफ्टिंग

ट्यूजडे को राफ्टिंग व्यवसायियों ने अपनी राफ्टें गंगा में उतारी। हालांकि, पितृपक्ष को देखते हुए उन्होंने 12 सितंबर को ही विधिवत पूजा-अर्चना कर सत्र का औपचारिक शुभारंभ कर दिया था। पहले दिन करीब 30 राफ्टों में दो सौ से अधिक टूरिस्ट ने राफ्टिंग की। हालांकि अभी राफ्टिंग का संचालन स्वतंत्र रखा गया है। लेकिन, संभव है कि अक्टूबर से गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति संचालन का जिम्मा अपने हाथ में ले लेगी।

फिलहाल रोटेशन प्रणाली से राफ्टिंग का संचालन नहीं हो रहा है। मगर, एक अक्टूबर के बाद रोटेशन के नियमों से ही राफ्टिंग का संचालन किया जाएगा। समिति ने पर्यटकों की सुरक्षा व सुरक्षित राफ्टिंग के लिए जो भी नियम बनाए हैं, उनका पालन किया जाएगा.'

- दिनेश भट्ट, अध्यक्ष, गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति, ऋषिकेश

Posted By: Inextlive