- चौधरी चरण सिंह ने की थी अति पिछड़ों की राजनीति की शुरुआत

- शोषित और मजदूर गरीब किसानों की लड़ाई लड़ने वाला दल है रालोद

आगरा। रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी बुधवार को सूरसदन में आयोजित अति पिछड़ा महासम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करने पहुंचे। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो आरोप लगाने में माहिर है, तो वहीं सपा के प्रति तल्ख टिप्पणी करने से बचते दिखाई दिए।

आखिर ये लोग समाज को कहां लेकर जाएंगे

सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों पर लगातार हमले हो रहे हैं। मंडी में भाव गिर रहा है। डीजल के भाव बढ़ रहे हैं। मजदूरों को रोजगार नहीं है। बेरोजगारों को रोजगार और नौकरी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जातिवाद के विरोधी थे। उन्होंने मजदूर शोषित लोगों के लिए संघर्ष किया। चाहे फिर वे लोग किसी जाति धर्म के ही क्यों न हों। आज भी रालोद शोषित और गरीब किसान मजदूरों की लड़ाई लड़ता आ रहा है। उत्तर प्रदेश में जाति के नाम पर जन जाने कितने दल आ गए हैं।

हमें सरकार बनानी चाहिए

उन्होंने कहा कि संगठन कमजोर लोग बनाते हैं। हमें तो सरकार बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछडे़ अति पिछडे़ व अन्य जातियों की प्रतिशत 65 है। यह संख्या बहुत बड़ी है। हमें संगठन की नहीं बल्कि सरकार बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होकर सांप्रदायिक ताकतों का सामना करना होगा। तभी हम आगे बढ़ सकेंगे।

राजनीति को गांव और किसानों की बीच पहुंचाया

उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने अति पिछड़ों की राजनीति की शुरुआत की। उन्होंने ही राजनीति को गांव और किसानों तक पहुंचाया।

रालोद का निर्माण ही गरीब किसानों के लिए किया

उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने रालोद का निर्माण गरीब किसानों के लिए किया था। किसान की कोई जाति नहीं होती। उन्होंने किसानों की लड़ाई लड़ी। उनकी लड़ाई को आगे बढ़ाए जाने का काम अभी भी किया जा रहा है।

गुण और नीति देखो, तब वोट करो

उन्होंने कहा कि वोट प्रत्याशी और दल को जब वोट करने से पहले उसके गुण और नीति देख लो। इसके बाद ही वोट दो। ऐसा नहीं होना चाहिए कि वो प्रत्याशी मेरी जाति का है, इसलिए वोट दे रहे हैं। अच्छे राष्ट्र निर्माण और विकास के लिए प्रत्याशी के गुण और दल की नीति परखना आवश्यक है।

भैंस चोर को भी दे दिया जाता है टिकट

कई राजनैतिक दल ऐसे हैं, जो भैंस चोर और माफियाओं को टिकट दे देते हैं, वो इसलिए कि वहां पर व्यक्ति की छवि नहीं बल्कि पैकेट देखा जाता है, जबकि रालोद में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि वे कार्यकर्ताओं का मन टटोलते हैं। उनके यहां पर पैसों के आधार पर टिकटों का वितरण नहीं किया जाता है।

दिखा था पत्र

पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि केवल वस्त्र पहनने से बाबा नहीं बन जाते, इसके लिए आचरण जरूरी है। कुछ बाबाओं की वजह से साधू संतों को बदनाम किए जाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा जयगुरुदेव के भक्तों के कारण हाईवे पर जाम लग जाता था। उनके कारण मथुरा की जनता परेशान थी। इस संबंध में शासन को उन्होंने पत्र भी लिखा था।

सपा का किया बचाव

मथुरा के जवाहरबाग में हुई हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। उससे पहले बेवजह कुछ कहना ठीक नहीं है, लेकिन किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि लालच के चलते लोग रामवृक्ष यादव जैसे लोगों के बहकावे में आ जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। एकदम से ऐसे ही विश्वास नहीं करना चाहिए। सपा सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस को ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए अलग से प्रशिक्षण देना चाहिए। कहीं न कहीं पर सुरक्षा एजेंसियों से चूक हुई है।

इन्होंने भी किया संबोधित

राष्ट्रीय महामंत्री त्रिलोक त्यागी, मुंशी रामपाल, पूर्व विधायक डॉ। अनिल चौधरी, संजय फौजदार, मालती चौधरी आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन जिलाध्यक्ष बृजेश चाहर व महानगर अध्यक्ष डॉ। अंगद सिंह धारियां ने संयुक्त रूप से किया। पचिश्मी उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर और युवा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष रविंद्र नरवार की मंच से तारीफ की गई।

Posted By: Inextlive