- सपा, कांग्रेस, बसपा के खिलाफ नहीं बोला एक भी शब्द

-लॉ एंड आर्डर पर भी रहे 'चुप', मथुरा पर भी नहीं बोले

-अति पिछड़ों को बोला, पहले भरोसा दो फिर होगा कल्याण

Meerut : सूबे में लॉ एंड आर्डर की स्थिति बदतर है, आपराधिक घटनाएं चरम पर हैं। गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हो रहा। विपक्ष की भूमिका में कल तक सपा के खिलाफ मोर्चा खोले रालोद मुखिया के मेरठ में सुर बदल गए। अति पिछड़ा सम्मेलन में निशाना सिर्फ भाजपा थी तो मुजफ्फनगर-मथुरा कांड पर सपा की भूमिका पर खामोश रहे। जयंत की राहुल से मुलाकात को अनौपचारिक बताते हुए मीडिया पर निशाना साधा तो मुजफ्फरनगर दंगे का जिम्मेदार भी एक 'अखबार' को बता दिया। इन सबके बीच मेरठ-बागपत समेत वेस्ट यूपी से जुटा रालोद का हजारों कार्यकर्ता 'कन्फ्यूज' था।

पहले जताओ आस्था

अति पिछडों ने सम्मेलन में जहां पार्टी के प्रति आस्था जताई तो वहीं रालोद मुखिया बोले के पहले अपनी भागेदारी दर्ज कराओ, एक साल में भला नहीं होगा, समय लगेगा। अति पिछड़ों समेत सम्मेलन में मौजूद रालोद कार्यकर्ता और पदाधिकारी छोटे चौधरी को उनके 'मिजाज' में सुनने आए थे, किंतु भाजपा तक सिमट गई उनकी भड़ास ने निराश किया। अजित सिंह ने अपने संबोधन में ये भी साफ नहीं किया कि विधानसभा चुनाव में उनकी लड़ाई 'किससे' है? क्योंकि यूपी में भाजपा से बड़ा जनमत सपा और बसपा के पास रह चुका है। सवाल के जबाव में भी रालोद मुखिया गठबंधन पर स्थिति साफ नहीं कर पाए। अटकलों पर 'खफा' थे तो सरगर्मियों पर 'खामोश'।

जुटी भारी भीड़

रालोद के अति पिछड़ा सम्मेलन में भारी भीड़ जुटी थी। आयोजकों की अपेक्षा से अधिक भीड़ जुटने से आयोजन स्थल छोटा पड़ गया तो वहीं भीषण गरमी में दूर-दूर से आए कार्यकर्ताओं को खासी किल्लत हुई। केशव गार्डन के बरामदे में बुजुर्ग बैठे रहे तो वहीं मंच के आसपास लोग जमीन पर बैठ गए। सम्मेलन में जुटी आधी आबादी को भी स्थान नहीं मिला। अजित सिंह समेत पदाधिकारी मंच पर जमे रहे तो वहीं महिलाएं फर्श पर बैठी थीं।

मुस्लिम यहीं रहेंगे

संबोधन में भाजपा को सांप्रदायिक बताते हुए अजित सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि मुस्लिम देश से निकल जाएं। अरे कहां जाएंगे? पाकिस्तान में तो वैसे ही जगह नहीं है, श्रीलंका भी छोटा है। कहां समुद्र में फेंक दोगे। कहीं नहीं जाएंगे मुस्लिम। यहीं रहेंगे, शांति से चाहे लड़ झगड़कर। मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मां को एक दिन बुला लाए अगले दिन छोड़ आए। पीएम बनने के बाद पत्‍‌नी को कबूला, कहां हैं-कोई नहीं जानता।

ये रहे मौजूद

सम्मेलन को राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक सिंह त्यागी, ताराचंद्र शास्त्री आदि ने संबोधित किया। विधायक मुश्ताक चौधरी, वीरपाल राठी, पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा, चक्रपाणि यादव, नरेंद्र सिंह, जनक सिंह, संजीव पाल, इंदरपाल सिंह, धर्मवीर कश्यप, देवेंद्र प्रजापति, देवेंद्र पाल आदि इस दौरान मौजूद थे।

Posted By: Inextlive