RANCHI: नगर निगम के किसी भी पार्किग में दस मिनट गाडि़यों की पार्किग फ्री करने का आदेश जारी किया गया था। इसके बावजूद ठेकेदार मनमानी पर अड़े हैं। ये लोग पब्लिक के हक की दस मिनट फ्री पार्किग की चोरी कर कर रहे हैं। इसके बदले टू व्हीलर और फोर व्हीलर के मालिकों से पांच मिनट की पार्किग का भी चार्ज वसूल रहे हैं। इसे लेकर सोमवार को भी एक ओनर और स्टाफ की झड़प हुई, जिससे इतना तो साफ हो गया है कि ठेकेदारों को अधिकारियों के आदेश की भी कोई परवाह नहीं है।

फ्री पार्किग का जिक्रनहीं

नगर निगम ने पार्किग के लिए कुछ नियम बनाए हैं, जिसके तहत फ्री पार्किग का भी नियम है। लेकिन ठेकेदार रसीद में फ्री पार्किग का जिक्र नहीं कर रहा है। वहीं डिसप्ले में भी फ्री पार्किग की बात नहीं लिखी गई है। इतना ही नहीं, स्टाफ रसीद पर आने का टाइम भी नहीं लिख रहे हैं, जिससे कि यह पता चल सके कि कितने बजे आपने गाड़ी पार्क की है।

ई-रसीद से पब्लिक को नहीं होती परेशानी

कांग्रेस के पूर्व सचिव आदित्य विक्रम जायसवाल ने राजधानी में नगर निगम की पार्किंग व्यवस्था का विरोध किया। उन्होंने कहा कि निगम आमलोगों के लिए कोई सुविधा नहीं देता। जबकि खास लोगों के लिए नि:शुल्क पार्किंग की सुविधा दी जाती है। निगम की ओर से पार्किंग में 10 मिनट तक गाड़ी खड़ी करने का नियम बनाया गया है, लेकिन पार्किग में कार्यरत कर्मचारी गाड़ी पार्किंग करते ही रसीद काटकर 40 रुपए वसूल लेते हैं। इतना ही नहीं, आमलोगों से कड़ाई के साथ पार्किंग चार्ज लेते हैं। वहीं सरकारी व भाजपा सहयोगी दल के कार्यकर्ताओं की गाडि़यों को नि:शुल्क पार्किंग की व्यवस्था देती है। अगर पार्किंग में इलेक्ट्रॉनिक मशीन से रसीद काटने की व्यवस्था हो तो उससे मिनट कांउट होगा और सभी चीजें पारदर्शी हो जाएगी।

Posted By: Inextlive