-विकासनगर से त्यूणी जा रही बस टौंस नदी में समाई

-उत्तराखंड-हिमाचल बॉर्डर पर गुम्मा में हुआ हादसा

-अब तक सड़क पर नहीं लाए जा सके हैं सभी शव

-क्षत-विक्षत होने की वजह से नहीं हो पा रही शवों की शिनाख्त

विकासनगर-त्यूणी,

बुधवार को उत्तराखंड-हिमाचल बॉर्डर पर एक बड़ा बस हादसा हुआ। इस हादसे में 44 लोगों की जान चली गई। इस बस में 56 यात्री सवार थे। दरअसल विकासनगर से वाया मीनस होते हुए त्यूणी केराड़ जा रही एक बस जेपीआरआर हाइवे से सीधे खाई में गिर गई और टौंस नदी में समा गई। ये हादसा हिमाचल चौपाल उपमंडल के नेरुवा थाना अंतर्गत गुम्मा के पास हुआ। बस से कूदकर कंडक्टर तुलसी व एक अन्य युवक ने छलांग मारकर अपनी जान बचा ली, लेकिन दोनों गंभीर रूप से घायल हैं। खबर लिखे जाने तक नदी से सिर्फ 17 शव ही सड़क तक लाए जा सके थे। शवों की हालत इतनी क्षत-विक्षत है कि उनकी शिनाख्त नहीं हो पा रही है। अभी तक किसी भी शव की शिनाख्त नहीं हो पायी है। खबर लिखे जाने तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था।

स्थानीय लोग जुटे रेस्क्यू में

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय गांवों के लोग मौके पर पहुंचे और कई शवों को नदी में बहने से बचा लिया। हिमाचल के नेरवा थाने की पुलिस एक घंटे बाद मौके पर पहुंच पाई। गढ़वाल के डीआइजी पुष्पक ज्योति और देहरादून की एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने हादसे की सूचना मिलते ही एसपी ग्रामीण श्वेता चौबे व अन्य अधिकारियों को मौके के लिए रवाना किया। रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर थी। शवों की शिनाख्त के लिए सैकड़ों ग्रामीण मौके पर थे। मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए, जबकि मेडिकल टीम व आपदा प्रबंधन टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया।

टीएसआर ने किया मुआवजे का ऐलान

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतक आश्रितों को एक लाख रुपये, गंभीर घायल को 50 हजार रुपये व सामान्य घायल को 25 हजार रुपये की सहायता के निर्देश दिए हैं।

Posted By: Inextlive