बिना एनओसी सड़कें नहीं खोदे जाने का डीएम ने तय किया था पैरामीटर

सीवर लाइन बिछाने के नाम पर गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने खोदवा डाला पुराना शहर

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: सड़कों की बेतरतीब खोदाई से आधे से ज्यादा शहर की सूरत बिगाड़ कर रखी है। धूल के गुबार से लोगों की सांस फूल रही है तो सड़कों पर लगने वाला जाम शहर की तकदीर बन गया है। इसे लेकर आला अधिकारियों ने एक पखवारा पहले आदेश जारी किया था कि बिना एनओसी लिए अब सकड़ें नहीं खोदी जा सकेंगी। खोदाई की परमीशन के लिए कई मानक तय किए गए हैं। लेकिन हकीकत यह है कि अफसरों का आदेश ही गड्ढे में डा दिया गया है।

जिम्मेदार ही दरकिनार कर रहे आदेश

शहर की दुर्दशा पर डीएम संजय कुमार ने विभिन्न विभागों के साथ मीटिंग में गत सात दिसंबर को सड़क खोदाई से पूर्व एनओसी के पैरामीटर तय किए थे। अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कमेटी गठित कर इसमें एडीए, यातायात, बिजली, जल निगम, लोनिवि, नगर निगम और गंगा प्रदूषण प्रदूषण नियंत्रण विभाग को शामिल किया था। लेकिन विडंबना यह है कि कमेटी में शामिल गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ही आदेश को दरकिनार करती नजर आ रही है। इकाई ने पुराने शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम एक साथ कई जगह शुरू करा दिया है। इससे आधा शहर परेशानियों से घिर गया है।

टार्गेट पर है पुराना शहर

गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने सीवर लाइन बिछाने का कार्य एल एंड टी कंपनी को सौंपा है। कंपनी ने मुट्ठीगंज हटिया, कीडगंज, रोशनबाग, मीरापुर, अतरसुईया, करैली, रसूलपुर की सड़कें सीवर लाइन बिछाने के लिए खोद डाली है। यह काम कुछ इस तरह से चल रहा है कि लोगों को एक रोड से दूसरे रोड पर जाने के लिए जाम का सामना करना पड़ रहा है। पुराने शहर में रामभवन चौराहे पर रोड खोदी गई है। चंद्रलोक चौराहे की ओर जाने वाली सड़क की हालत भी खराब है। यहां से दो पहिया वाहन भी नहीं निकल पा रहे हैं। सब्जी मंडी से निरंजन की ओर आने वाली रोड भी चमेली बाई धर्मशाला के पास खोद डाली है। इससे भीषण जाम लग रहा है।

डेढ़ वर्ष से बंद आर्यकन्या चौराहा

कभी सीवर तो कभी पाइप लाइन डालने के नाम पर आर्यकन्या रोड चौराहा करीब डेढ़ वर्ष से बंद चल रहा है। रामबाग से गऊघाट की ओर पुराने पुल की तरफ जाने के लिए लोगों को मुट्ठीगंज से ईसीसी रोड का चक्कर लगाना पड़ रहा है। इसे लेकर पिछले दिनों लोगों ने हंगामा भी किया था, लेकिन अभी भी यह चौराहा बंद चल रहा है।

पूरा करना है 300 किलोमीटर

गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई से संबद्ध एल एण्ड टी कंपनी ने तेजी के साथ पुराने शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम इसलिए शुरू कर रखा है, ताकि व‌र्ल्ड बैंक की निर्धारित समय सीमा बीतने न पाए और मार्च के बाद निर्धारित बजट लैप्स न हो जाए। इस वर्ष बरसात की वजह से सीवर बिछाने का कार्य प्रभावित रहा। बरसात के पहले तक केवल 75 किलोमीटर ही सीवर लाइन डाली जा सकी थी। जबकि शहर में 300 किलोमीटर की सीवर लाइन बिछाने का लक्ष्य है। 300 किलोमीटर के टार्गेट को पूरा करने के लिए ही कई ठेकेदारों को एक साथ जिम्मेदारी सौंप काम करा रहे हैं।

डीएम ने दिया अल्टीमेटम

शहर में एक साथ कई सड़कों पर सीवर बिछाने के चलते लोगों को हो रही दिक्कत को देखते हुए डीएम संजय कुमार ने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई को अब नई सड़कों पर खुदाई न कराने का आदेश दिया है। साथ ही निर्देश दिया है कि माघ मेला शुरू होने से पहले जहां भी अभी तक खुदाई हो चुकी है, उन सड़कों को दुरुस्त किया जाए।

एक साथ कई इलाकों में सीवर बिछाने का काम चल रहा है। हालांकि जाम लगने का कारण सीवर खुदाई कम और इनक्रोचमेंट अधिक है। चौराहों व मेन रोड पर लोगों ने कब्जा कर रखा है, जिसकी वजह से जाम की समस्या है। वैसे पहले से बेहतर तरीके से सीवर लाइन बिछाने का काम कराया जा रहा है।

अभिलाषा गुप्ता

मेयर, नगर निगम इलाहाबाद

काम में तेजी लाई गई थी, इसलिए कई जगह काम चल रहा था। अब माघ मेला को देखते हुए खुदाई की स्पीड धीमी की जा रही है। जहां पर काम चल रहा है, उसे पूरा कर रोड बनाने का निर्देश दिया गया है। एडमिनिस्ट्रेशन से भी काम बंद करने का आदेश मिल चुका है, जिसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।

अजेय रस्तोगी

जीएम, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई

यह पैरामीटर हुए थे तय

बिना एनओसी लिए कोई भी कार्यदायी संस्था नहीं खोद पाएगी सड़क

एडीए, यातायात, बिजली, जल निगम, लोनिवि, नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम करेगी स्थलीय निरीक्षण

हालात का हर दृष्टिकोण से जायजा लेने के बाद मिली रिपोर्ट पर एडीएम सिटी जारी करेंगे एनओसी

कार्यदायी संस्था को खोदाई से पहले कार्य समाप्ति की अवधि डिक्लेयर करने के बाद ही मिलेगी एनओसी

खोदाई से पहले एसपी ट्रैफिक को करना होगा सूचित, ताकि रूट डायवर्जन तय किया जा सके

Posted By: Inextlive