सवारियों के लिए बीच सड़क ब्रेक लगा रहे बस और ऑटो

मानक से दोगुनी सवारी भरकर खुलेआम दौड़ रहे ऑटो

एंट्रो

आगरा। शहर में इस समय हर जगह ट्रैफिक पुलिस चैकिंग में लगी हुई है। रूल्स फॉलो न करने वाले टू व्हीलर्स और फोर व्हीलर्स से हैवी पैनल्टी ली जा रही है। लेकिन, इस सबके बावजूद शहर में कई जगह ओपनली रूल्स अनफॉलो किए जा रहे हैं, जिनकी ओर पुलिस कभी-कभी ही ध्यान देती है। इसके बावजूद इस पर रोक नहीं लग पा रही है। हम बात कर रहे हैं रोडवेज बस चालकों की, जो कहीं भी सवारी भरने के लिए बस के पहियों में ब्रेक लगा देते हैं। हम बात कर रहे हैं खुलेआम गुजरने वाले ओवर लोडिंग ट्रकों की। हम बात कर रहे हैं ऑटो चालकों की जो ठूंस-ठूंस कर सवारियां को भरते हैं।

दोगुनी सवारी ले जा रहे ऑटो

शहर के प्रमुख चौराहों पर धड़ल्ले से दौड़ रहे सवारी ऑटो मानकों की अनदेखी कर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। थ्री व्हीलर ऑटो में चार सवारियों को ले जाने का नियम है लेकिन इनमें सात से आठ सवारियों को ले जाया जा रहा है। वहीं विक्रम ऑटो 16 से 20 सवारियां भरी जाती हैं, जबकि स्पेस आठ सवारियों का है। इससे यात्रियों, खासकर महिलाओं को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शहर की मुख्य सड़कों पर दौड़ रहे ऑटो चालक सवारी को देखकर कहीं भी ऑटो को रोक देते हैं। इससे हादसे की संभावना भी बनी रहती है। दोपहिया और चौपहिया वाहन चालकों के रोकने पर मारपीट को उतारू हो जाते हैं। वहीं शहर की सीमा से सटे सिकंदरा चौराहा, रामबाग चौराहा, ताजगंज बसई और ग्वालियर रोड पर प्रतिबंधित ऑटो दौड़ रहे हैं, जो शहर से सवारियों को लेकर देहात क्षेत्रों में जाते हैं। विभाग द्वारा ऐसे ऑटो को काटने के आदेश दिए गए हैं जो कि 20 से 25 वर्ष पुराने बताए जा रहे हैं।

प्रतिबंधित स्थानों पर भी चल रहे ऑटो

तत्कालीन डीएम जुहैर बिन सगीर ने एमजी रोड से गुजरने वाले लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए नए नियम लागू किए थे। इसके तहत शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले एमजी रोड पर ऑटो और मयूरी को पूरी तरह बैन किया गया था। इस नियम के लागू होने के बाद एमजी रोड से गुजरने वाले वाहन चालकों को बड़े पैमाने पर राहत मिली थी। लेकिन, पिछले कुछ समय से एमजी रोड पर प्रतिबंधित वाहन बेखौफ दौड़ रहे हैं।

रोडवेज बस चालकों ने बनाए अवैध प्वाइंट

शहर में कई जगह रोडवेज बस के लिए बस स्टैंड बने हुए हैं। इनमें आगरा फोर्ट, ईदगाह तथा आईएसबीटी प्रमुख हैं। लेकिन, रोडवेज बस चालक बस स्टैंड से सवारी लेने के बजाए बीच रास्ते में से सवारियां भरते हुए देखे जा सकते हैं। बस चालकों ने सवारी भरने के लिए अवैध प्वाइंट बना रखे हैं। आईएसबीटी से कानपुर, एटा, अलीगढ़ आदि स्थानों पर निकलने वाली बसें यहां से सीधे भगवान टाकीज ओवरब्रिज की ढलान पर रुक जाती हैं। यहां से सवारी भरने के बाद वे वाटरव‌र्क्स पर खड़ी हो जाती हैं। इसके अलावा बीच रास्ते में भी सवारी मिलने पर बस चालक ब्रेक लगा देते हैं।

सिटी बसें भी तोड़ रहीं नियम

रोडवेज बस के अलावा शहर के मुख्य मार्गो पर दौड़ने वाली सिटी बसें भी नियमों को तोड़ रही हैं। एमजी रोड पर बस के स्टॉपेज बने हुए हैं लेकिन सवारियों को भरने के लिए सिटी बसें कहीं भी रुक जाती हैं। तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक ने चौराहों पर बेढंग से खड़ी बसों के आधा दर्जन से अधिक चालकों को जेल भेज दिया था। इसके बाद कुछ समय तक बसों को चौराहे पर व्यवस्थित रूप से लगाया गया, लेकिन वर्तमान में भगवान टॉकीज, सांई की तकिया, वाटर व‌र्क्स चौराहा, सिकंदरा, टीपीनगर पर बसों को जाम लगाते देखा जा सकता है।

ओवरलोड गुजर रहे ट्रक

बात अगर ट्रकों की हो तो हाइवे सहित अन्य मार्गो से कई ट्रक ओवरलोड होते हुए गुजरते रहते हैं। कभी-कभी इनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है लेकिन कुछ दिन बाद ही कार्रवाई बंद हो जाती है। इसके अलावा भाड़ा ऑटो भी ओवरलोड निकलते रहते हैं। हाइवे स्थित सब्जी मंडी से पहल निर्माणाधीन ओवर ब्रिज पर हर तीसरे दिन ओवर लोडिंग ट्रक पलट जाता है, इससे दूसरे वाहन चालक भी हादसे का शिकार हो जाते हैं।

ट्रैफिक पुलिस के नियम

-चौराहे से सौ मीटर की दूरी पर बनी पर्किंग पर ही वाहनों को खड़ा करें

-आरटीओ द्वारा जारी नियमों के अनुसार ही सवारियों को बैठा सकते हैं

-बस और ऑटो चालक स्टैंड से ही सवारियों को भरें

-वाहन चलाते समय जारी किए ट्रैफिक रूल्स का पालन करें

-ट्रक चालक मानक के अनुरूप ही समान भर सकते हैं

-प्रतिबंधित रोड पर वाहनों का संचालन ना करें

Posted By: Inextlive