फेस्टिव सीजन में सिर्फ खर्चा निकाल सका रोडवेज
दीपावली से छठ पर्व तक भरपूर कोशिशों के बावजूद लक्ष्य के मुताबिक नहीं हुई आय
कम लोड फैक्टर के कारण खर्चा निकालने तक सीमित रहा रोडवेज अव्यवस्थाओं के कारण यात्रियों ने बनाई रोडवेज बसों से दूरी 25 अक्टूबर से 3 नवंबर के लिए बनी थी योजना 1.07 करोड़ की आय रोडवेज को हुई फेस्टिव सीजन में 22 रूटों पर 470 बसों की व्यवस्था थी दीपावली से छठ तक 120 अधिक बसों को इस बार अधिक लगाया गया था 300 किमी रोजाना हुआ बसों का संचालन ग्रामीण रूट पर 250 किमी प्रतिदिन का हुआ संचालन उपनगरीय क्षेत्र मेंMeerut। दीपावली से छठ पर्व तक अपनी भरपूर कोशिशों के बाद भी रोडवेज की आय इस बार सिर्फ अपना खर्च निकालने तक सीमित रहा। रोडवेज को जैसी उम्मीद थी उसके अनुसार यात्रियों ने बसों में सफर काफी कम किया, जिस कारण से केवल कुछ रूटों पर ही लोड फैक्टर अधिक रहा, बाकि रूटों पर बसों को नुकसान उठाना पड़ा ऐसे में करीब 1.07 करोड रुपए की आय से रोडवेज को संतुष्ट होना पड़ा। जबकि पूर्व के जिलो में देवीपाटन इस आय में अव्वल रहा।
यहां सबसे ज्यादा संचालनसबसे अधिक मेरठ से दिल्ली , गाजियाबाद, नोएडा, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, बुलंदशहर, आगरा के लिए अतिरिक्त बस सेवा का हुआ था संचालन
इस बार रोडवेज बसों का किमी तो अधिक रहा यानि रोडवेज बसें चली तो भरपूर, पर लोड फैक्टर यानि यात्रियों की संख्या काफी कम रही। कारण जो भी रहा हो लेकिन आय इस साल कम रही है। हां लेकिन रोडवेज नुकसान में भी नही रहा है। एसएल शर्मा, डिपो प्रबंधक