प्राइवेट की तरह दे रहे रोडवेज बस की सेवा
3 दिन में ऐसे घटी निगम की इनकम
91 लाख रुपए का राजस्व 7 नवंबर को मिला 84 लाख रुपए की इनकम 8 नवंबर को हुई 73 लाख रुपए का राजस्व 9 नवंबर को मिला ये भी जानें 188 बस बरेली डिपो में हैं 187 बस रूहेलखंड डिपो में 163 बस बदायूं डिपो में 110 बस पीलीभीत डिपो मेंबरेली। कभी सवारी बस के आने का इंतजार करती थी, मगर तीन दिनों से पुराने बस स्टैंड और सैटेलाइट पर ड्राइबर-कंडक्टर घंटेभर तक गाड़ी खड़ी कर सवारियों का इंतजार करने को मजबूर हो रहे हैं। वजह अयोध्या मामले में आए फैसले के बाद डिपो पर आम दिनों से कम यात्री पहुंच रहे हैं। इसके कारण ड्राइवर को बीच में बने स्टॉपेज पर भी गाडि़यों को काफी देर खड़ी करना पड़ रहा हैं, ताकि परिवहन निगम की आय कम न हो। बावजूद इसके स्थिति में विशेष सुधार नहीं दिख रहा है। हालांकि इस स्थिति से दो-तीन दिन में उबरने की निगम के अधिकारी उम्मीद लगाए हैं।
8 नवंबर को बढ़े पैसेंजर्स बरेली डिपो -27 लाख रूहेलखंड डिपो -25 लाख बदायूं डिपो -18 लाख पीलीभीत डिपो -14 लाख 9 नवंबर को कम निकले पैसेंजर्स बरेली डिपो- 21 लाख रूहेलखंड डिपो -21 लाखबदायूं डिपो -18 लाख
पीलीभात डिपो -13 लाख डिपो से यात्री कम बस पर बैठ रहे हैं। रास्ते में सवारियां को सुविधाएं प्रदान की जा रही है। हालांकि अयोध्या मामले के फैसले के चलते राजस्व कम हो गया है। दो-तीन दिन में स्थिति ठीक-ठाक हो जाएगी। -एसके बनर्जी आरएम बरेली रीजन