- शराब पीकर बस चलाने के मामले में नए एमडी हुए सख्त

- सभी आरएम व आरटीओ को भेजी नोटिस

- नशे के चलते एक भी दुर्घटना हुई तो नपेंगे आरएम व आरटीओ

GORAKHPUR: अब रोडवेज ड्राइवर्स के लिए शराब पीकर गाड़ी चलाना आसान नहीं होगा। रोडवेज के नए एमडी के रविंद्रनायक इसे लेकर पूरी तरह सख्त हो गए हैं। मुख्यालय को लगातार मिल रही शिकायतों पर शुक्रवार को एमडी ने प्रदेश के परिवहन विभाग के लिए एक नया फरमान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अगर अब ड्राइवर्स के शराब पीकर बस चलाने की बात सामने आई या इसके चलते किसी तरह की दुर्घटना हुई तो इसके लिए सीधे आरएम व आरटीओ जिम्मेदार होंगे। वहीं, एमडी ने बसों में सेंसर लगाने का भी निर्देश दिया है जिससे कि अगर ड्राइवर नशे में सीट पर बैठा तो फौरन डिपो में अलार्म बजने लगेगा। ऐसे ड्राइवर्स पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश एमडी ने दिए हैं।

सीट पर बैठते ही बजेगा अलार्म

एमडी ने नए साल में बसों में ये खास सेंसर लगाने की तैयारी शुरू करवाई है। इससे अगर ड्राइवर शराब पीकर सीट पर बैठा तो फौरन ही स्थानीय डिपो के कौंट्रोल रूम में अलार्म बजने लगेगा। एमडी के मुताबिक यह सेंसर ड्राइवर की सीट के पास लगेगा। साथ ही बसों में जीपीएस युक्त इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन और पहियों में व्हीकल ट्रेकिंग सिस्टम लगाने के लिए भी कवायद तेज की जाएगी। एमडी के मुताबिक मार्च 2017 तक सभी सेंसर लग जाएंगे।

जारी हुई नोटिस

एमडी के रविंद्रनायक ने इसके साथ ही एक पत्र भी जारी किया है। इसके तहत आरएम व आरटीओ से रिपोर्ट मांगी गई है कि अधिकारियों की ओर से कब-कब बसों की चेकिंग कराई गई और इस दौरान कितने ड्राइवर शराब के नशे में मिले। इसमें ये भी पूछा गया है कि इन पर विभाग की ओर से क्या कार्रवाई की गई। इसके पहले बीते सोमवार को पद संभालते ही के रविंद्रनायक ने पैसेंजर्स सुविधाओं में बरती जाने वाली लापरवाही व रोडवेज की गिरती आय को लेकर मेरठ व अलीगढ़ के आरएम को सस्पेंड भी कर दिया। इससे पूरे प्रदेश के परिवहन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

अनसेफ सफर से गिर रही अर्निग

बता दें, इसी साल रोडवेज ने प्रदेश भर में कम होती अर्निग और बसों से पैसेंजर्स के हो रहे मोह भंग को देखते हुए सर्वे कराया था। इसमें सामने आया था कि रोडवेज बसों में सफर के दौरान पैसेंजर्स को सुविधाओं का बेहद अभाव है। साथ ही लोग बसों में सफर करना भी सेफ नहीं समझते हैं। बहुत से लोगों ने कहा था कि रोडवेज के अधिकांश ड्राइवर शराब के नशे में ड्राइविंग करते हैं जिससे एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है।

वर्जन

सफर के दौरान सुविधाओं के साथ सुरक्षा भी बेहद जरूरी है। इसके लिए सभी आरएम व आरटीओ को निर्देश दिया गया है। जल्द ही अगर बस स्टेशनों पर पैसेंजर सुविधाओं का अभाव खत्म नहीं हुआ और शराब के नशे में ड्राइवर बस चलाते मिले तो इसके लिए सीधे अधिकारी ही जिम्मेदार होंगे।

- के रविंद्रनायक, एमडी रोडवेज

Posted By: Inextlive