यात्रियों की संख्या कम होने के कारण नहीं बढ़ सकी आय

रोडवेज दो दिन में पूरा करेगा सवा करोड़ का टारगेट

Meerut। रोडवेज को होली पर पिछले साल से अधिक आय की उम्मीद थी लेकिन हुआ इसका उल्टा। होली पर यात्रियों की संख्या एवरेज से काफी कम रही। होली से एक दिन पहले करीब सवा लाख यात्रियों ने सफर किया था जबकि पिछले साल यह आंकड़ा डेढ लाख से अधिक था। हालांकि अब रोडवेज होली के बाद घर वापस जाने वाले यात्रियों से अपना टारगेट पूरा करने की उम्मीद लगाए बैठा है।

दो लाख भी नहीं

रोडवेज को उम्मीद थी कि होली से एक दिन पहले करीब दो लाख से अधिक यात्री मेरठ रीजन की बसों में सफर करेंगे। लेकिन 28 फरवरी से 1 मार्च तक करीब सवा लाख के करीब यात्रियों ने मेरठ रीजन की बसों से सफर किया। जबकि गत वर्ष यह आंकड़ा डेढ लाख से अधिक था। हालांकि रोडवेज इस बार यह आंकड़ा 3 लाख के करीब मानकर चल रहा था।

सवा करोड़ का टारगेट

रोडवेज को पिछली होली पर करीब सवा करोड़ की कमाई हुई थी। इसलिए रोडवेज को इससे अधिक आय की उम्मीद थी। लेकिन बोर्ड परीक्षाओं के चलते इस बार काफी कम यात्रियों ने होली पर अपने घर का रुख किया। जिसके चलते रोडवेज की आय प्रभावित हुई।

अगले दो दिन में

दरअसल, रोडवेज के अनुसार पांच मार्च तक होली का राउंड माना जा रहा है। ऐसे में सोमवार तक होली पर घर आए सभी यात्री वापस जाएंगे। अब रोडवेज को होली के बाद घर वापस जाने वाले यात्रियों से काफी उम्मीदें हैं। इसलिए आने वाले दो दिनो तक रोडवेज अधिक से अधिक यात्रियों के लिए बस उपलब्ध कराने का भरपूर प्रयास करेगा।

परेशान रहे यात्री

होली के बाद शनिवार को यात्रियों की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया। दिनभर सोहराबगेट और भैंसाली डिपो पर यात्री बसों की तलाश में घूमते दिखे। हालांकि बसों की भरपूर व्यवस्था थी लेकिन इसके बावजूद भी भैंसाली डिपो से गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, देहरादून, नोएडा की बसों की संख्या कम ही रही। वहीं सोहराबगेट डिपो पर लंबी दूरी की बसें जैसे बरेली, कानपुर, लखनऊ, हल्द्वानी जाने वाली बसों के लिए यात्री परेशान दिखे।

अभी रोडवेज की पूरी आय की गणना नहीं हो सकी है। संभवता सोमवार तक यात्रियों की वापसी होगी तब रोडवेज की होली पर आय की सही गणना पता चलेगी। फिलहाल इस साल यात्रियों की संख्या शुरू से ही कम है। जिससे आय का प्रभावित होना तय है।

एसके बनर्जी, आरएम, रोडवेज

मुरादाबाद के लिए बसों की संख्या काफी कम है। बरेली और हल्द्वानी के लिए भी बस एक घंटे से नहीं मिली है, जिससे परेशानी हो रही है।

सौंदर्य सिंह

रामपुर जाने के लिए दो घंटे से बरेली या हल्द्वानी वाली बस का इंतजार कर रहे हैं लेकिन बस नही मिल रही है।

मनोज

रुड़की के लिए बसों की संख्या काफी कम है। हरिद्वार या देहरादून के लिए सुबह से दो-तीन बसें ही डिपो से रवाना हुई हैं।

विकास

Posted By: Inextlive