RANCHI हिनू के किल्बर्न कॉलोनी में डाबर कंपनी का सीएनएफ चलानेवाले व्यवसायी बबलू बंसल से लूट और गोली मारने के मामले में पुलिस को व्यवसायी के स्टाफ पर शक है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि उनकी एजेंसी के किसी कर्मी की निशानदेही पर ही उनकी एजेंसी में लूट की घटना हुई है। यही वजह है कि घटना की तफ्तीश कर रही पुलिस ने व्यवसायी से उनके कर्मियों का बायोडाटा मांगा है।

घर लौटकर दूंगा बायोडाटा

रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में इलाजरत व्यवसायी बबलू बंसल ने बताया कि जिस दिन घटना हुई थी उसी दिन पुलिस ने मेरे प्रतिष्ठान के कर्मचारियों का बायोडाटा मांगा था, चूंकि उस दिन मेरी हालत ठीक नहीं थी और गोली लगने के बाद मैं अनिर्णय की स्थिति में था, इसलिए मैं इलाज के लिए आ गया। पर ठीक हो जाने के बाद मैं कर्मचारियों का बायोडाटा पुलिस को सौंप दूंगा। मेरे दुकान में 12-13 कर्मी हैं।

व्यवसायी से मिले जायसवाल

रिम्स में इलाजरत व्यवसायी बबलू बंसल से मंडे को हटिया के विधायक नवीन जायसवाल भी मिले। दिन के एक बजकर चालीस मिनट में वे व्यवसायी से मिले और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने व्यवयायी को भरोसा दिलाया कि अगर उन्हें इलाज में किसी तरह की कठिनाई हो तो वे उन्हें सूचना दे सकते हैं और वे हरसंभव उनकी मदद करेंगे। बबलू बंसल के बेहतर इलाज के लिए उन्होंने रिम्स डायरेक्टर को भी ध्यान रखने का अनुरोध किया।

यह है मामला

शनिवार को रात साढ़े आठ बजे के करीब हर्ष इंटरप्राइजेज किल्बर्न कॉलोनी में अज्ञात नकाबपोश अपराधियों ने पैसे लूटने के बाद व्यवसायी बबलू बंसल को जांघ में गोली मार दी थी और पैसे लूटकर भाग गए थे। घटना के बाद उनका इलाज पहले राज अस्पताल और अब रिम्स में हो रहा है।

क्यों हो रहा शक

- रात आठ बजे के आसपास एजेंसी के कर्मचारी लौटने लगते हैं। इसलिए इस समय एजेंसी लगभग खाली रहती है इस बात का पता हमलवार को कैसे चला

- एजेंसी में कैश का हिसाब-किताब रात आठ बजे ही होता है, इस बात को हमलावर कैसे जानते थे

- लूट कर भागते समय हमलावर सीने में भी गोली मार सकते थे पर उन्होंने पैरों में गोली मारी।

Posted By: Inextlive