- 24 घंटे बाद भी फुटेज को डिकोड नहीं कर सकी पुलिस, दिल्ली से एक्सपर्ट की लेंगे मदद

BAREILLY:

पीलीभीत हाइवे स्थित मुंशीनगर में ज्वैलर के घर वेडनसडे को हथियारबंद बदमाशों द्वारा की गई डकैती में पुलिस के हाथ 24 घंटे गुजरने के बाद भी खाली हैं। यहां तक की अहम सबूत सीसीटीवी फुटेज को डिकोड करने में भी पुलिस नाकाम रही। ऐसे में फुटेज को डिकोड कराने के लिए दिल्ली से एक्सपर्ट को मदद के लिए बुलाया जा रहा है। ताकि फुटेज को डिकोड कर उससे दिखने वाले बदमाशों के चेहरे का स्टिल प्रिंट आउट निकालकर संबंधित थानों को भेजा जा सके। थर्सडे को पुलिस ने तीन टीमें बनाकर बदमाशों की धरपकड़ शुरू की है।

बनाई गई तीन टीमें

वेडनसडे देर रात मुंशीनगर निवासी ज्वैलर अब्दुल हसन के घर में बदमाशों ने हथियार के बल पर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। सीसीटीवी फुटेज को देखने पर पुलिस ने डकैती की घटना में शामिल लोगों को पेशेवर अपराधियों ने अंजाम नहीं दिया है। उनके मुताबिक पास पड़ोस के ही लोग घटना में शामिल हैं। क्योंकि घर के एंट्री प्वॉइंट से लेकर कमरों तक में करीब 4 सीसीटीवी लगे हुए थे। जिसका कनेक्शन काटे बिना वारदात को अंजाम दिया गया। वहीं, चेहरों को दिखाना भी पेशेवर अपराधी नहीं होने का पुष्टि कर रहा है। ऐसे में अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने थर्सडे को सर्विलांस टीम, क्राइम ब्रांच, संबंधित थाना समेत 3 टीम बनाई हैं।

संदिग्धों की हो रही तलाश

पुलिस घटना के खुलासे के लिए पूर्व में डकैती और लूट की घटनाओं में शामिल लोगों की धरपकड़ कर रही है। जिसमें खासकर उन्हें पकड़ने के निर्देश हैं, जो पिछले कई दिनों से घर नहीं पहुंचे हैं। इसके अलावा संदिग्ध मोबाइल नंबर्स की लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है। वहीं, थर्सडे को फुटेज देखने के बाद गैर पेशेवर आपराधिक होने की संभावना जताते हुए मुंशीनगर व पास के इलाकों के छोटी वारदातों में शामिल आरोपियों और अपराधियों से भी पूछताछ की गई। लेकिन, पूछताछ में किसी के वारदात में शामिल होने की जानकारी पुलिस को नहीं मिल सकी।

Posted By: Inextlive