लूट, डकैती को बाहरी गैंग दे रहेअंजाम
- चार साल में पड़ी 38 डकैती, 281 से हुई लूट
-चार साल में क्राइम ब्रांच ने 56 बाहरी गैंग की तैयार की लिस्ट विनय कुमार शुक्ला केस-वन सपा नेता के घर पड़ी डकैती बीते 26 नवम्बर को फरीदपुर के मोहल्ला मिर्धान निवासी सपा नेता शराफत हुसैन रिश्तेदारी में शाहजहांपुर गए थे। घर में उनके पिता भाई के साथ परिवार के अन्य लोग मौजूद थे। रात करीब दो बजे दो दर्जन डकैत घर का दरवाजा तोड़कर घुस आए। डकैतों ने असलहों के बल पर सपा के भाई सोनू, निजाकत और उनके पिता व दो महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाकर करीब 15 लाख के गहने और तीन लाख कैश लूट लिया था। पुलिस अब तक बदमाशों को पकड़ नहीं सकी है। केस-टू सर्राफ से दिनदहाड़े दो लाख की लूट29 मार्च 2017 को शाहजहांपुर के सर्राफ से बदमाशों ने बटलर प्लाजा के सामने दो लाख रुपए लूट लिए थे। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए थे। जब सर्राफ ने पुलिस को सूचना दी तो जिले में कॉबिंग कराई गई, लेकिन अब तक पुलिस बदमाशों को पकड़ने में नाकाम रही।
केस-तीन किसानों को गन प्वाइंट पर लूटाबीते 16 नवम्बर को नरियावल मंडी से धान से बेचकर वापस लौट रहे तीन किसानों को बदमाशों ने हाइवे पर निशाना बनाया था। बदमाशों ने साधू के वेश में तमंचा अड़ाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। जिसके बाद वह किसानों से 51 हजार की नगदी लूटकर फरार हो गए थे। इस घटना के बाद अब तक पुलिस लुटेरों का पता नहीं लगा सकी है।
बरेली : जिले में बाहरी अपराधिक गैंग डकैती, लूट और बड़ी चोरी की वारदातों को लगातार अंजाम दे रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने ऐसे करीब 56 गैंग की पहचान की है। तीन साल पहले क्राइम ब्रांच ने पांच बदमाशों सहित इन गैंग के 229 सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि कई मामले आज भी पुलिस डायरी में धूल खाते दिखाई पड़ते हैं। इन गैंग को पकड़ने के लिए एसओजी, क्राइम ब्रांच और पुलिस सर्विलांस टीम लगातार उनके चिन्हित इलाकों में दबिश दे रही है। इसके बावजूद शातिर क्रिमिनल्स वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। चार साल में बाहरी गैंग का क्राइम ग्राफ साल डकैती लूट अनसुलझे गैंग2016 15 88 - 04
2017 16 89 - 19 2018 04 57 - 19 2019 03 47 1 14 टोटल 38 281 1 56पकड़े गए गैंग के सदस्य
। दिसम्बर 2018 में डकैती के वली शाह गैंग के पास सदस्य पकड़े गए
2. मार्च 2018 में अंतर-राज्य ड्रग पेडिंग के मिथुन गैंग के सदस्यों को पड़ा था। 3. दिसम्बर 2017 को मुंशी फरमान गैंग के आठ सदस्यों को पकड़ा था 4. नवम्बर 2019 को मुज्जफरनगर के गैंग को पुलिस ने पकड़ा था । कम उम्र के लोग है शामिल पुलिस के मुताबिक गैंग के सरगना कम उम्र के लड़कों को अपने गिरोह में शामिल करते है। जोकि शातिर किस्म के होते हैं। फिर सरगना उनसे रोकी कराकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते है। इसके अलावा हाई प्रोफाइल फैमिली के घरों में रोजमर्रा का काम करने वालों लोगों को चिन्हित करते हैं। ताकि उन्हें हाई प्रोफाइल लोगों की सभी गतिविधियां आसानी से मिल सके। पहचाने गए गैंग पर और उनके सदस्यों की गतिविधियों पर क्राइम ब्रांच नजर रखे हुए है। यह सुनिश्चित किए गया है कि अपराध करने से पहले गैंग और उसके सदस्यों को गिरफ्तार किया जाएगा। रमेश भारतीय, एसपी क्राइम