-थाना टीपी नगर क्षेत्र में ठेकेदार के कर्मचारी से छह लाख लूटे

- -पुलिस का दावा, लूट की घटना फर्जी, सीसीटीवी फुटेज को बना रहे आधार

- ठेकेदार भी कर्मचारी पर जा रहा संदेह, तफ्तीश में जुटी पुलिस

मेरठ: बेखौफ बदमाशों के दुस्साहस और जनपद में ध्वस्त को चुकी कानून-व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेरठ में एक ओर डीजीपी सुलखान सिंह और प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार की शहर की मौजूद थे तो वहीं दूसरी ओर बदमाशों ने दिनदहाड़े ठेकेदार के कर्मचारी से छह लाख की रकम लूट ली। हालांकि पुलिस घटना को फर्जी मान रही है।

बैग में थी रकम

जल निगम में ठेकेदार अजय अग्रवाल का कर्मचारी सुनील पुत्र चंद्रकिरण निवासी शास्त्रीनगर सेक्टर तीन, टीपीनगर से छह लाख की रकम लेकर नगर निगम जा रहा था। सुनील के अनुसार बागपत अड्डे के निकट मस्जिद के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने तमंचे की नोक पर उसके स्कूटर पर टंगा छह लाख की रकम से भरा बैग लूट लिया और बेगमपुल की ओर फरार हो गए। जानकारी मिलते ही अधिकारियों में खलबली मच गई। कमिश्नरी सभागार में डीजीपी की मीटिंग में मौजूद एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने आनन - फानन में सीओ ब्रह्मापुरी धर्मेद्र सिंह चौहान को मौके पर भेजा।

पीडि़त बदल रहा बयान

सीओ का दावा है कि पीडि़त बार-बार बयान बदल रहा है। ठेकेदार के कर्मचारी को मौके पर ले जाकर घटना का रिहर्सल कराया गया तो दावों में सुराख साफ नजर आया। पुलिस ने दावा किया है, कि ठेकेदार के कर्मचारी ने लूट का ड्रामा रचा है। इंस्पेक्टर टीपी नगर सचिन मलिक का कहना है कि कर्मचारी सुनील ने जिस स्थान पर लूट होना बताया जा रहा है, पुलिस ने वहां से सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवाई है। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि स्कूटर पर सवार सुनील के कंधे पर कोई बैग नहीं टंगा फिर लुटेरों ने बैग कैसे लूट लिया। इंस्पेक्टर ने दावा किया है कि कि ठेकेदारी के लेनदेन के विवाद में लूट का ड्रामा कर्मचारी ने रखा है। उधर, ठेकेदार अजय अग्रवाल भी कर्मचारी के खिलाफ ही तहरीर देने की बात कह रहा है।

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वर्जन

घटनाक्रम की जानकारी के बाद तत्काल सीओ और एसओ को मौके पर भेजकर क्राइम सीन का रिहर्सल कराया गया है। प्रथम दृष्टया लूट की घटना फर्जी नजर आ रही है, पुलिस जांच कर रही है।

मान सिंह चौहान, एसपी सिटी, मेरठ

Posted By: Inextlive