बरेली में सिविल लाइंस चौकी से कुछ दूर पहले वेडनसडे देर रात हुई वारदात। इनोवा में अपहरण के बाद बड़ा बाईपास पर फेंका बची जान।

BAREILLY: सिविल लाइंस चौकी से चंद कदम की दूरी पर इनोवा कार सवार बदमाशों ने ज्वैलर का अपहरण कर लिया। ज्वैलर बेटे के साथ बाइक से घर लौट रहा था। बदमाश कई किलोमीटर तक ज्वैलर को कार में घुमाते रहे और फिर बैग में रखे 4 लाख रुपए, दो मोबाइल, अंगूठी व पाजेब लूटकर बिलवा मोड़ के पास बड़ा बाईपास पर फेंक दिया। किसी तरह ज्वैलर ने परिजनों को सूचना दी। रात में कई घंटे तक पुलिस बदमाशों की तलाश में चेकिंग करती रही लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।

 

बाइक से लौट रहे थे घर

कन्हैया टोल, गढ़ैया निवासी मनोज रस्तोगी की ज्वैलरी शॉप है। वह इलाहाबाद में बेटे अमन रस्तोगी के साथ ज्वैलरी बेचने गए थे। उन्होंने रेलवे जंक्शन पर स्टैंड में बाइक खड़ी की थी। वेडनेसडे रात करीब डेढ़ बजे वह हिमगिरी एक्सप्रेस से बरेली जंक्शन पहुंचे। यहां से बाइक से घर वापस लौट रहे थे। जैसे ही वह अयूब खां चौराहा से पहले एलए होटल के पास पहुंचे कि तभी पीछे से आ रही इनोवा कार ने उनकी बाइक रुकवा ली। अचानक कार से तीन लोग उतरे और उन्हें जबरन कार में डाल दिया। कार में सवार बदमाशों ने उनपर तमंचा तान दिया और खामोश रहने के लिए कहा। जब उन्होंने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट भी की। उनके चेहरे पर बदमाशों के नाखून भी लग गए। उन्होंने कार के अंदर उनका बैग व अन्य सामान लूट लिया। बदमाशों ने उन्हें बड़ा बाईपास पर फेंक दिया। किसी तरह वह मुडि़या अहमदनगर के पास बन रहे मॉल के पास पहुंचे और वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड से फोन लेकर घरवालों को सूचना दी।

 

सीसीटीवी कैमरे में दिखी इनोवा

मनोज रस्तोगी के अपहरण की सूचना तुरंत बेटे अमन रस्तोगी ने घरवालों को दी। घरवाले रात में ही कोतवाली थाना पहुंचे और इंस्पेक्टर को सूचना दी। इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और वायरलेस से पूरे जोन में मैसेज फ्लैश कराया। रात में चेकिंग चल रही थी कि काफी देर बाद जब मनोज का घरवालों के पास फोन आया तो कोतवाली पुलिस परिजनों के साथ मौके पर पहुंची और मनोज को लाया गया। उसके बाद पुलिस ने एलए होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी जिसमें सिल्वर कलर की इनोवा निकलती हुई दिखाई दे रही है। पुलिस इनोवा कार को ट्रेस करने में लगी है।

 

 

सटीक मुखबिरी से की वारदात

जिस तरह से देर रात वारदात को अंजाम दिया गया है, उससे तो साफ है कि बदमाशों के पास सटीक मुखबिरी थी। क्योंकि इतनी रात में ज्वैलर के बाइक से रुपए लेकर आने की सूचना कोई जानकार ही दे सकता है। या फिर हो सकता है कि जंक्शन पर खड़े बदमाशों को भनक लग गई हो और फिर पीछा कर वारदात को अंजाम दिया गया हो।

 

रुपयों की डिटेल निकलवा रही पुलिस

पुलिस वारदात के साथ-साथ अन्य पहलुओं पर भी विचार कर रही है। क्योंकि अधिकतर ज्वैलर इतनी दूर से कैश लेकर नहीं चलते हैं। पुलिस इलाहाबाद से भी माल बेचने और कैश की डिटेल मंगवा रही है। ज्वैलर ने कुछ सुनारों से रंजिश भी बताई है, पुलिस इस एंगल को भी देखकर जांच कर रही है।

 

16 लाख की लूट का नहीं खुलासा

रेलवे जंक्शन से आते वक्त ज्वैलर से इस तरह की लूट की दूसरी वारदात है। पिछले वर्ष 7 नवंबर 2017 को डीएम आवास के पास अमृतसर के ज्वैलर अरविंदर सिंह को भी कार सवार बदमाशों ने लूट लिया था। ज्वैलर 16 लाख रुपए की ज्वैलरी लेकर बरेली आया था। वह जंक्शन से ऑटो में बैठा था। डीएम कम्पाउंड के पास कार सवारों ने उसका रास्ता रोका था। पुलिस इस मामले में अमृतसर भी गई थी लेकिन केस का खुलासा नहीं कर सकी है। इसके अलावा सिविल लाइंस एरिया बदमाशों का साफ्ट टारगेट है। इस एरिया में कई बड़ी लूट की वारदातें हुई हैं, जिनमें से कई का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है।

Posted By: Inextlive