जमीन से जुड़े सौदों को लेकर गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. फिलहाल ताजा मामला वाड्रा की हॉस्पिटैलिटी कंपनी को लेकर है जिसके टैक्‍स मामले में सरकार ने कंपनी को नोटिस भेजा है.

इनकम टैक्स का शिकंजा
इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के विवादित जमीन सौदों और आर्थिक लेनदेन को लेकर उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. वाड्रा की एक कंपनी को विभाग ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, आयकर विभाग ने वाड्रा की फर्म स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी के मुख्य अधिकारी को नोटिस भेजा है और उन्हें शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. इस फर्म का नाम DLF के साथ लेनदेन और जमीन का व्यावसायिक लाइसेंस हासिल करने के विवाद से जुड़ा है. फर्म को 2005-06 के बाद से उसकी अचल संपत्तियों की खरीद या बिक्री के समझौते का ब्योरा देने को कहा गया है.
सौदे को लेकर हुआ संदेह
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आयकर विभाग ने स्काइलाइट और डीएलएफ के बीच हुए सौदे, फर्म और ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज के संबंध और हरियाणा में व्यावसायिक कॉलोनी लाइसेंस हासिल करने के खर्च की जानकारी मांगी है. स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी के पास हरियाणा के मानेसर में 3.53 एकड़ और राजस्थान के बीकानेर में 470 एकड़ की जमीन है. रिपोर्ट के अनुसार, फर्म से अचल संपत्ति की खरीद-बिक्री, लोन, बोर्ड की बैठक, निदेशकों (जिनमें वाड्रा शामिल हैं) के बारे में जानकारी विस्तृत जानकारी मांगी है.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari