खबर है कि अगले पांच सालों में श्रम बाजार में विघटनकारी परिवर्तन होंगे। ऐसा होगा रोबोट्स की बढ़ने वाली संख्‍या के कारण। रोबोट्स की तादाद बढ़ने के कारण अगले 5 सालों में 15 बड़े देशों के श्रम बाजार में बड़े और विघटनकारी परिवर्तन देखने को मिलेंगे। इनमें सबसे ज्‍यादा प्रभावित होंगी महिलाएं। ऐसा दावा किया है दावोस में जारी एक नए अध्ययन में।

ऐसी है जानकारी
द प्रोजेक्शन बाय द वर्ल्ड इकोनॉमी फोरम (WEF) की ओर से इस हफ्ते स्विस के स्काई रिसॉर्ट में वार्षिक बैठक का आयोजन कर रहा है। बैठक में 7.1 मिलियन नौकरियों की कुल हानि की बात को मान लिया गया है। उस समय को लेकर एक और बड़ी बात ये बताई गई है कि नौकरियां प्रभावित होने के मामले में सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी मीहलाएं। ऐसे में रिपोर्ट्स कहती हैं कि सेल्स, ऑफिस और एडमिनिस्ट्रेशन सरीखे क्षेत्र प्रभावित होंगे।
ऐसे परिवारों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर
श्रम बाजार में ऐसे विघटनकारी परिवर्तन से उन परिवारों पर ज्यादा असर पड़ने वाला है, जहां पूरा खर्च पति और पत्नी की कमाई से चलता है। ऐसे में किसी एक की भी नौकरी जाने से बिगड़ेगा ज्यादातर घर का आर्थिक संतुलन। इसपर गौर करते हुए अनुपात की बात करें तो बताया गया है कि जहां तीन पुरुषों पर एक पुरुष को नौकरी हाथ लगेगी, वहीं पांच महिलाओं में किसी एक को मिलेगी।
ऐसा किया गया दावा
WEF की टीम का ऐसा दावा है कि वो समय जब अलग-अलग उद्योगों में चौथी औद्योगिक क्रांति अपनी रफ्तार पर होगी, तब वो उस समय कई तरीकों से सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही होगी महिला और पुरुष वर्कर्स को। वहीं इस बदलाव को एक और नजरिए से देखा जा सकेगा। वो ये कि कुछ मायने में ये महिला वर्ग के लिए अच्छी भी होगी। उदाहरण के तौर पर घर के कामों को निपटाना महिलाओं की पहली जिम्मेदारी होती है। ऐसे में उनके घर के काम भी जब ऑटोमेटेड हो जाएंगे, तो महिलाओं का बचा हुआ समय उनकी प्रतिभा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा अन्य जरूरत के कामों में।
बड़े-बड़े चैलेंजेस में किया जाएगा इस्तेमाल
रोबोट्स के चलन में आने के बाद से कई मानवीय कार्य निरर्थक साबित होने लगेंगे। मॉर्डन तकनीक का इस्तेमाल कर बड़े से बड़े चैलेंजेस का जवाब दिया जा सकेगा। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के साथ संयुक्त राष्ट्र के हिस्से ने इस बात की खुली भविष्यवाणी कर दी है कि 2010 तक 11 मिलियन लोग बेरोजगार हो जाएंगे और दुनिया चपेट में आ जाएगी वैश्विक बेरोजगारी की।

अनुमानित नुकसान
सर्वेक्षण द्वारा कवर 15 अर्थव्यवस्थाओं में करीब 65 प्रतिशत हिस्सा दुनिया के कुल कर्मचारियों की संख्या का है। कर्मियों और रणनीतिक अधिकारियों के वैश्विक सर्वेक्षण पर आधारित नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार स्मार्ट मशीनों के आने से ऑफिसों और प्रशासनिक क्षेत्रों में अनुमानित नुकसान में दो तिहाई गिरावट की उम्मीद की जा रही है। WEF ने रोबोटिक्स को कवर करती, नैनो, 3 डी प्रिंटिंग और जैव प्रौद्योगिकी को कवर करता हुआ चौथी औद्योगिक क्रांति सरीखे टॉपिक को चुना और इसे दावोस की इस वर्ष में होने वाली बैठक का आधिकारिक थीम बना दिया, जो 20 जनवरी से 23 जनवरी तक चलेगा।

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Posted By: Ruchi D Sharma