क्यू मेल सिस्टम से हर महीने बच रहा एक लाख

आईजी जोन में कराई व्यवस्था

मैन पावर के साथ शासन को महीने बचेगा एक करोड़

Adarsh Srivastava

KAUSHAMBI(23 May):

अगर जिले की पुलिस के ईजाद किए गए सिस्टम को प्रदेश सरकार ने भी मान लिया तो हर महीने सरकारी खजाने में करीब एक करोड़ का लाभ होगा। यहां की पुलिस महीने में करीब एक लाख रुपया बचा रही है। जी हां, यह बात कोई जुबानी नहीं बल्कि आंकड़ों की हकीकत है। जिले की पुलिस के इस कदम को फिलहाल आईजी ने पूरे जोन में लागू कर दिया है। पुलिस विभाग में डाक रनर, डाक सहायक सहित कई ऐसे काम में पुलिस कर्मी लगाए जाते थे। यह पुलिस कर्मी डाक पहुंचाते थे। बदले में उन्हें टीए और डीए देना होता था। इसमें हर महीने जिला पुलिस का करीब एक लाख रुपया इसी मद में खर्च हो जाया करता था। इस बाबत एसपी वीके मिश्र ने इस खर्च को कम करने और मैन पावर बढ़ाने की दिशा में नया प्रयोग किया। एसपी ने सीसीटीएनएस प्रोग्राम की शाखा क्यूमेल का सहारा लिया। इस मेल के जरिए अब थाना और पुलिस आफिस, सीओ आफिस के बीच की डाक सीधे मेल के जरिए आ जाती है। इस काम में लगे 26 सिपाही, चार दरोगा और चार हेड मोहर्रिर भी खाली हो गए हैं। उन लोगों से अब दूसरा काम लिया जा रहा है। इन कर्मियों को दिया जाने वाला टीए और डीए भी बच रहा है। कौशांबी पुलिस के इस प्रयास से जहां जवानों की कमी की भी भरपाई हुई वहीं सरकारी राजस्व भी बच रहा है। इसे लेकर आईजी जोन ने यह व्यवस्था पूरे जोन में कर दी है।

हर महीने बचेगा एक करोड़

एसपी वीके मिश्र बताते हैं कि इस काम के लिए प्रदेश के 55 सौ से छह हजार पुलिस कर्मी कार्यरत हैं। जिसमें महीने में करीब एक करोड़ रुपया टीए व डीए के रूप में देना होता है। अगर सभी यह सिस्टम लागू हो जाए तो राजस्व की बचत होगी।

लिया जा सकेगा दूसरा काम

इस तरह के काम में लगे पुलिस कर्मियों को दूसरी ड्यूटी में भी लगाया जा सकता है। इससे पुलिस का मैन पावर तो बढ़ेगा ही साथ है सरकारी खजाने को चोट भी नहीं लगेगी।

जिले से शुरू की गई पहल को आईजी ने पूरे जोन में लागू कर दी है। फरूखाबाद के एसपी ने इस व्यवस्था के बारे में जानकारी मांगी है। उम्मीद है यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हो सकती है।

वीके मिश्र,

एसपी कौशांबी

Posted By: Inextlive