RANCHI:तमाम कायदे-कानून को ताक पर रखकर सिटी में कई इलीगल रूफटॉप रेस्टोरेंट धड़ल्ले से चल रहे हैं। बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर शहर में चलने वाले सभी रूफटॉप रेस्टोरेंट को गैरकानूनी तरीके से मैनेज के खेल से चलाया जा रहा है। दरअसल, रांची नगर निगम क्षेत्र में रूफटॉप रेस्टोरेंट के लिए कोई प्रावधन या नियम कानून फिलहाल है ही नहीं, जिसका फायदा रूफटॉप रेस्टोरेंट के संचालक उठा रहे हैं। शहर में चलने वाले रूफटॉप रेस्टोरेंट के संचालकों ने नगर निगम से सैंक्शन आदेश तक नहीं लिया है। रेस्टोरेंट्स के संचालन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी होना जरूरी है जिसपर ना तो रूफटॉप संचालकों का कोई ध्यान है ना ही नगर निगम का। रूफटॉप रेस्टोरेंट्स का संचालन बिना नियम कायदों के मनमर्जी से किया जा रहा है। मामला इतना गंभीर है कि नगर निगम के अधिकारियों से जब इस मामले पर सवाल किए जाते हैं तो वे लोग बगले झांकते हुए कहते हैं कि उन्हें एग्जैक्ट जानकारी नहीं है कि शहर में कितने रूफटॉप रेस्टोरेंट इस समय चल रहे हैं।

हादसे के इंतजार में आरएमसी अधिकारी

नगर निगम के अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। उन्हें छत पर चलने वाले इन रेस्टोरेंट में होने वाले हादसे का इंतजार है। विदित हो कि शहर के अधिकतर रूफटॉप रेस्टोरेंट्स में अग्निशमन तक का प्रावधान नहीं किया गया हैं। वहीं आपदा के समय बचाव के लिए सुरक्षित निकासी की भी व्यवस्था नहीं की गई है। हलकी आग से भी बड़ा हादसा हो सकता है।

जांच की तैयारी में है नगर निगम

मामले को गरमाता देख नगर निगम भी जल्द ही रूफटॉप रेस्टोरेंट की जांच की तैयारी में है। नगर निगम का कहना है कि बिना अनुमति के जिन लोगों ने रूफटॉप रेस्टोरेंट लगा रखे हैं उनके खिलाफ जांच कर उन्हें नोटिस और पेनाल्टी किया जाएगा। अवैध रूप से कॉमर्शियल मॉल, आवासीय कॉम्प्लेक्स और रिहायशी घरों की छतों पर संचालित रूफटॉप रेस्टोरेंट, बार और डिस्कोथेक बंद किए जाएंगे।

पार्किग है नहीं, सीढ़ी भी संकरी

छत पर चलने वाले इन रेस्टोरेंट्स के पास अपनी पार्किग नहीं है, जिसके कारण यहां जाने वाले कस्टमर्स अपनी गाड़ी सड़क किनारे खड़ी करते हैं। पार्किग नहीं रहने के कारण सड़क पर गाडि़यों की भरमार लगी रहती है। कई बार इन वाहनों के कारण सड़क पर लंबा जाम लग जाता है। ज्यादातर रूफटॉप रेस्टोरेंट में जाने के लिए जिस सीढ़ी का इस्तेमाल किया जाता है, वो भी काफी संकरी है।

गैरकानूनी अस्थायी ढांचे में जल रहा गैस चूल्हा, तंदूर

रेस्टोरेंट संचालित करने के लिए जो ढांचा खड़ा किया जाता है, वह भी अस्थायी होने से सुरक्षा मानकों के अनुरूप नहीं है। गैस के चूल्हे और तंदूर से कभी भी हादसा हो सकता है। आगजनी व भगदड़ की स्थिति में निकास के लिए पर्याप्त व्यवस्था तक नहीं है। कई जगह ऐसे रेस्टोरेंट्स में तेज आवाज म्यूजिक के चलते आस-पड़ोस को भी परेशानी होती है।

बिल्डिंग बायलॉज में अभी तक रूफटॉप पर किसी भी तरह के कॉमर्शियल इस्तेमाल का कोई प्रावधान नहीं है। छत पर सेफ्टी नियमों को ताक पर रखकर रेस्टोरेंट चलाए जा रहे हैं। नगर निगम जल्द ही इसके लिए जांच टीम गठित करेगा और ऐसे रेस्टोरेंट्स को सील कर उनसे पेनाल्टी भी वसूली जाएगी।

मनोज कुमार, टाउन प्लानर, रांची

Posted By: Inextlive