- लखनऊ महोत्सव में इस बार नहीं होगी रोइंग

- रोइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी मायूस

- बोटिंग क्लब से नदी तक पहुंचना नहीं है आसान

- पानी के लेवल से आठ फिट ऊपर कर दिया गया है आयोजन स्थल

- ऐसे में कैसे उतरेंगी पानी में नावें

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW : गोमती नदी के किनारे चल रहे तटों के सौंदर्यीकरण रोइंग के प्लेयर्स के लिए खलनायक बन गया है। लखनऊ महोत्सव के दौरान होने वाली रोइंग प्रतियोगिता यहां पर डूबती नजर आ रही है। लखनऊ महोत्सव में होने वाली रोइंग प्रतियोगिता की तैयारी के लिए पहुंचने वाले खिलाड़ी गोमती तट से मायूस लौटने को मजबूर हैं। आयोजन समिति के अधिकारियों की माने तो गोमती नदी तट के किनारे चल रहे सौंदर्यीकरण के चलते यहां पर रोइंग प्रतियोगिता में इस बार खिलाडि़यों का जलवा देखने को नहीं मिलेगा।

नहीं हो पा रही है तैयारी

राजधानी में लखनऊ महोत्सव के साथ ही रोइंग प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। गोमती नदी में होने वाली इस प्रतियोगिता में सिर्फ लखनऊ के नहीं अन्य जिलों के खिलाड़ी हिस्सा लेते रहे हैं। इस प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ी एक महीने से पहले तैयारियां शुरू कर देते हैं। निशातगंज पुल से चंद कदमों की दूरी पर बोटिंग क्लब बना हुआ है। यहां पर आने वाले खिलाडि़यों ने बताया कि गोमती नदी के किनारे के सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। इस सौंदर्यीकरण के चलते गोमती नदी का किनारा पानी के लेवल से आठ फिट ऊपर उठ चुका है। ऐसे में पानी में बोट उतारना तो दूर हम खुद भी इसमें उतर नहीं सकते हैं। पहले बोट क्लब से पानी में जाने के लिए ढलुआ रास्ता बना था। ऐसे में बोट को उतारने में आसानी रहती थी। लेकिन रास्ता ना होने से खिलाड़ी नदी तक ही नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसके अलावा गोमती की चौड़ाई कम होने से अब इसमें आठ ट्रैक की जगह तीन ट्रैक ही बन सकेंगे। खिलाडि़यों ने बताया कि लखनऊ महोत्स के दौरान होने वाली स्वीमिंग प्रतियोगिता को देखने के लिए सिर्फ यहां के लोग ही नहीं अन्य जिलों से भी लोग आते हैं।

बनाई जा रही है एक दीवार

खिलाडि़यों ने बताया कि आयोजन स्थल से और गोमती नदी के बीच में एक दीवार भी बनाई जा रही है। इस दीवार के बनने के बाद तो खिलाडि़यों का वहां तक पहुंचना भी दूभर हो जाएगा। खिलाडि़यों ने बताया कि इस सौंदर्यीकरण से सिर्फ लखनऊ महोत्सव में होने वाली रोइंग ही नहीं बल्कि नेशनल लेवल में पार्टीसिपेट करने वाले खिलाडि़यों की प्रैक्टिस भी प्रभावित हो रही है।

लखनऊ महोत्सव के साथ ही ही रोइंग प्रतियोगिता की शुरुआत हुई थी। लेकिन इस बार इसके आयोजन में तमाम अड़चने दिख रही हैं। कोशिश तो है इस साल भी इसका आयोजन किया जा सके लेकिन कैनो और सिंगल स्कल की नावों को पानी तक पहुंचाने में दिक्कतें सामने आ रही हैं।

हरीश शर्मा

सचिव

यूपी रोइंग एसोसिएशन

Posted By: Inextlive