- एनईआर के लिए मांगे गए 300 बॉडीवार्म कैमरे

- ड्यूटी के दौरान बदसलूकी न कर सकेंगे जवान

GORAKHPUR: रेलवे की सुरक्षा में लगी आरपीएफ अपने कामकाज के दौरान बदनामी के दाग से बच सकेगी। पैसेंजर्स से लेकर पब्लिक तक बेवजह आरपीएफ जवानों पर आरोप नहीं लगा सकेगी। रेलवे प्रॉपर्टी की सुरक्षा में मुस्तैद जवानों से बदसलूकी भी भारी पड़ेगी। जल्द ही एनईआर के 300 आरपीएफ जवान बॉडीवार्म कैमरों से लैस हो जाएंगे। रेलवे बोर्ड की गाइड लाइन के बाद बॉडीवार्म कैमरों के लिए प्रपोजल भेज दिया गया है। आरपीएफ के आईजी ने बताया कि कैमरे मिलते ही इनका वितरण करा दिया जाएगा। कैमरे चलाने के लिए आरपीएफ जवानों को ट्रेंड भी किया जाएगा।

पुलिस की तर्ज पर होंगे लैस

प्रदेश पुलिस बॉडीवार्म कैमरों से लैस हो रही है। एक साल पूर्व योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश भर में एंटी रोमियो स्क्वॉयड का गठन किया गया था। चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मचारियों पर बदसलूकी के आरोप लगने लगे। यूपी गवर्नमेंट ने फैसला लिया कि पब्लिक प्लेस पर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मचारियों को बॉडीवार्म कैमरों से लैस किया जाएगा। ठीक इसी तर्ज पर आरपीएफ को भी आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की व्यवस्था देने की योजना बनी है। इसके तहत आरपीएफ को पूरी तरह से बॉडीवार्म कैमरों से लैस कर दिया जाएगा। इसलिए हर जगह से कैमरों की डिमांड मांगी गई है।

थमेगी मनमानी, नहीं कर सकेंगे वसूली

आरपीएफ जवानों को बॉडीवार्म कैमरे देने से उनकी मनमानी पर रोक लग जाएगी। कई बार वसूली के लिए बदसलूकी के आरोप आरपीएफ जवानों पर लगते हैं। ट्रेन में सीट बेचने से लेकर लाइन लगवाकर यात्रियों को बैठाने के बदले रुपए वसूलने की जांच में आरपीएफ जवान कई बार फंस चुके हैं। इन कैमरों से लैस होने पर आरपीएफ जवान कतई मनमानी नहीं कर सकेंगे। प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन तक उनकी मनमानी पर रोक लग जाएगी। कैमरों की मदद से आरपीएफ जवान हर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे।

इस तरह से हो सकेगी पब्लिक की मदद

- किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना दी जा सकेगी।

- यात्रा के दौरान किसी बात को लेकर पैसेंजर्स के भिड़ने की घटनाएं।

- बोगी में अवैध वेंडर्स के एक्टिव होकर सामान बेचने पर रोकथाम

- ट्रेन में किन्नरों के समूह के सक्रिय होकर वसूली और मारपीट करने पर लगाम।

- चेन पुलिंग करके ट्रेन को कहीं भी रास्ते में रोककर उतर जाने के मामले

- महिलाओं, दिव्यांगों की सीट पर अन्य किसी के कब्जा जमा लेने की शिकायतें

- प्लेटफॉर्म, ट्रेन में किसी संदिग्ध वस्तु के नजर आने पर समय से सूचना देने में मदद मिलेगी।

वर्जन

बॉडीवार्म कैमरे से लैस जवानों को अपने काम में आसानी होगी। एनईआर के लिए 300 कैमरों की डिमांड भेजी गई है। कैमरे मिलते ही जवानों को लैस कर दिया जाएगा। उनको कैमरे ऑपरेट करने की ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी।

- राजाराम, आईजी, प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त, एनईआर

Posted By: Inextlive