Bareilly : गौतम बुद्ध टेक्निकल यूनिवर्सिटी की काउंसलिंग के फस्र्ट फेज के लिए एक ही दिन बचा है पर अब तक आरयू की मैनेजमेंट क्लासेज में एडमिशन की चाहत रखने वाले स्टूडेंट्स को उनके कॉलेज का नाम ही दिखाई नहीं दे रहा है. काउंसलिंग में डाक्यूमेंट वैरीफिकेशन के बाद च्वॉइस लॉक करनी है. यह प्रक्रिया 11 जुलाई से शुरू हो गई थी. पहले दिन आरयू क ा नाम डिस्प्ले न होने पर कैंडीडेट्स ने इस पर ध्यान नहीं दिया पर जब दूसरे दिन भी ऐसा ही हुआ तो उन्होंने आरयू के मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के डीन और रजिस्ट्रार से बात की. रजिस्ट्रार ने त्वरित कार्रवाई के तहत जीबीटीयू के रजिस्ट्रार को अर्जेंट लेटर जारी किया पर खास बात यह है कि मामले को पांच दिन बीतने के बाद भी जीबीटीयू के वीसी प्रो. आरके खंडल को इस मामले की जानकारी ही नहीं थी.


12 जुलाई को भेजा था letterजीबीटीयू की इस फॉल्ट को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए आरयू के रजिस्ट्रार ने जीबीटीयू के रजिस्ट्रार के लिए 12 जुलाई को एक अर्जेंट लेटर जारी किया। इस लेटर में स्टूडेंट्स के लिए डिस्प्ले होने वाली कॉलेज की लिस्ट में जल्द से जल्द आरयू का नाम शामिल करने को कहा गया है। खास बात यह है कि तीन दिन बीत जाने के बावजूद भी इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। कुछ कैंडीडेट्स ने भी रजिस्ट्रार से मुलाकात की तो उन्हें भी आश्वासन ही दिया गया। नहीं दिख रहा आरयू का नाम


कैंडीडेट्स डाक्यृमेंट वैरीफिकेशन के बाद मैनेजमेंट कॉलेज के लिए च्वॉइस लॉक करने पहुंचे तो उन्हें अपनी ही यूनिवर्सिटी का नाम नहीं दिखाई दिया। ऐसा केवल एक या दो दिन नहीं बल्कि काउंसलिंग का फस्र्ट फेज पूरा होने के दो दिन पहले तक भी डिस्प्ले नहीं हो रहा है। सात दिन की काउंसलिंग में पांच दिन तो कैंडीडेट्स आरयू को केवल ढूंढते ही रह गए। वहीं, इससे उन स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ा, जिन्हें आरयू में ही मैनेजमेंट की पढ़ाई करनी है।MBA, HM की हैं class

आरयू में वर्तमान समय में एमबीए, एचएम और बीटेक की पढ़ाई होती है। यहां एमबीए जनरल और मार्के टिंग में 60 और एचएम में 40 सीट्स हैं। लास्ट ईयर्स के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो यहां की सभी सीट्स काउंसलिंग के जरिए ही भरी जाती हैं। वहीं, टॉप रैंकर्स में भी आरयू का खास क्रेज रहता है। अब लिस्ट में आरयू का नाम होने कैंडीडेट्स परेशान हैं।बार-बार भेजा है faxआरयू के जिम्मेदारों के  मुताबिक उन्हें 12 जुलाई क ो जैसे ही इस बात की जानकारी हुई कि आरयू का नाम मैनेजमेंट कॉलेज के लिए कोड संख्या 803 के साथ इन्फॉर्मेशन बाउचर पर तो डिस्प्ले हो रहा है, पर जहां कॉलेज की च्वॉइस लॉक करने के लिए कॉलेज की लिस्ट ओपेन हो रही है, उसमें इस कोड संख्या पर नोएडा का एक कॉलेज डिस्प्ले हो रहा है। ऐसे में, 12 जुलाई के बाद से आरयू लगातार जीबीटीयू को फैक्स और ई-मेल भेज रहा है। वहीं आरयू के अधिकारी लगातार जीबीटीयू के रजिस्ट्रार से भी कन्वर्सेशन में हैं।

'12 जुलाई की दोपहर में जैसे ही च्वॉइस लॉकिंग के लिए कॉलेज की लिस्ट डिस्प्ले हुई, उसी समय मुझे जानकारी मिली कि इन्फॉर्मेशन बाउचर में दिए कोड संख्या 803 के सामने आरयू के बजाए नोएडा का कोई कॉलेज डिस्प्ले हो रहा है। मैंने इसकी इन्फॉर्मेशन तुरंत रजिस्ट्रार को दी। हमने दिसम्बर में ही अपना कोर्स कन्फर्मेशन फैक्स जीबीटीयू को भेज दिया था.'- प्रो। पीके यादव, डीन, मैनेजमेंट, आरयू'जैसे ही मुझे इस बात की इन्फॉर्मेशन मिली कि मैनेजमेंट की काउंसलिंग में आरयू का नाम डिस्प्ले नहीं हो रहा है, मैंने जीबीटीयू के रजिस्ट्रार को फैक्स और ई-मेल के जरिए इसकी जानकारी दे दी। यह जीबीटीयू की ही फॉल्ट है। इससे कैंडीडेट्स को काफी प्रॉब्लम हो रही है, अगर आज यह डिस्प्ले नहीं होता है तो मैं इसकी शिकायत शासन से करूंगा.'- डॉ। केएन पांडेय, रजिस्ट्रार, आरयू'मुझे तो इसकी जानकारी ही नहीं थी, मैंने इसके बारे में अधिकारियों से जानकारी ली है। यह सही है कि अब तक 803 कोड संख्या पर आरयू का मैनेजमेंट कॉलेज डिस्प्ले नहीं हो रहा है। इसकी वजह आरयू की ओर से मैनेजमेंट का कन्फर्मेशन फैक्स देरी से आना है। मैं इसे जल्द से जल्द ठीक करवा रहा हूं। '- प्रो। आरके खंडल, वीसी, जीबीटीयू

Posted By: Inextlive