शादी समारोह के लिए सरेआम हो रही आतिशबाजी की बुकिंग

एनजीटी के आदेशों की उड़ रहीं धज्जियां

स्थान- तीरगरान

समय- दोपहर दो बजे

दुकान- मेट्रो फायर व‌र्क्स

दुकान मालिक- आमिर

शादी समारोह में आतिशबाजी की बुकिंग ले रहे थे। एनजीटी के आदेशों के बावजूद आतिशबाजी की बुकिंग पूरी तरह से अवैध है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट संवाददाता भी आमिर के पास पहुंचा और आतिशबाजी बुक करने की बात की। आमिर ने पूछा कि शादी कहां है? कौन-कौन सी आतिशबाजी चाहते हो? दैनिक जागरण आई नेक्स्ट संवाददाता ने अनार, स्काई शॉट और गोले चलाने को कहा तो वह राजी हो गया। आमिर बोला, कोई दिक्कत नहीं अच्छी आतिशबाजी कर दूंगा। मंडप के पास एक पेट्रोल पंप है, इसलिए कुछ दूर पहले जहां बारात शुरू होगी, वहां पर गोले छोड़ दिए जाएंगे। इसके लिए पांच हजार रूपये जमा करने को कहा।

एनजीटी आदेशों की धज्जियां

यूं तो एनजीटी ने शादी समारोह में आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए हुए है, लेकिन बावजूद इसके शादी समारोह और अन्य समारोह में भी खूब आतिशबाजी हो रही है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम आमिर से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि पुलिस की सख्ती बहुत है, लेकिन हम अपने तरीके से बुकिंग ले रहे हैं।

नहीं है किसी का खौफ

तीरगरान में आमिर की दुकान के अलावा भी कई जगह शादी समारोह को लेकर बुकिंग हो रही है। यह लोग भी खुलेआम बुकिंग कर रहे हैं। तीरगरान में घरों-घरों में आतिशबाजी का सामान बनाया जा रहा है। अवैध रूप से पटाखों को स्टोर किया गया है। ऐसे में यहां रहने वाली आबादी के लिए भी खतरा रहता है।

शादी समारोह में आतिशबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इनके खिलाफ मुकदमा कायम करने की कार्रवाई भी की जाएगी।

डा। अखिलेश नारायण सिंह

एसपी सिटी

धड़ल्ले से हो रही है हर्ष फायरिंग

भले ही हर्ष फायरिंग पर रोक लगी हुई हो लेकिन बावजूद इसके हर्ष फायरिंग शादी समारोह में धड़ल्ले से हो रही है। ब्रह्मपुरी क्षेत्र के तारापुरी में में बीएस मंडप में निकाह समारोह के दौरान दिल्ली निवासी अरशद की जांघ में गोली लगी। खास बात यह कि हर्ष फायरिंग करने वालों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। कोई तमंचे से हर्ष फायरिंग कर रहा है तो कोई लाइसेंसी हथियार से। इन पर लगाम लगाने में प्रशासन और पुलिस नाकाम साबित हो रहा है।

हाईकोर्ट का आदेश

2014 में हाईकोर्ट के आदेश पर प्रमुख सचिव ने हर्ष फायरिंग पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए थे। बावजूद इसके लगातार हर्ष फायरिंग के मामले सामने आ रहे है। पुलिस यूं तो कार्रवाई करने का दावा करती है, लेकिन बावजूद कार्रवाई नहीं होती है। आला अधिकारियों के आदेश भी थानेदारों के लिए कोई मायने नहीं रखते है।

हर्ष फाय¨रग की घटनाएं

21 दिसंबर 2018

लिसाड़ी गेट के न्यू इस्लामनगर में हर्ष फाय¨रग। तीन लोग घायल।

12 नवंबर 2018

लिसाड़ी गेट के मजीदनगर में सगाई के दौरान हर्ष फाय¨रग। युवक को गोली लगी थी।

10 नवंबर 2018

दिल्ली रोड स्थित होटल मुकुट महल में फाय¨रग। वेंडर को लगी गोली लगी।

कार्रवाई 'कागजों' पर

हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्राधिकरण ने मेरठ में मंडपों के खिलाफ नोटिस तो जारी किए किंतु सीलिंग की कार्रवाई नहीं की। जबकि शादी की सीजन शुरू होते ही एक बार फिर शादी मंडपों में हाईकोर्ट के आदेश को धता बताते हुए शहनाइयां गूंज रही हैं। वहीं मंडप के बाहर सड़कों पर वाहन पार्क हो रहे हैं। प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से आतिशबाजी छुड़ाई जा रही है। गार्बेज डिस्पोजल के नाम पर भी दूषित कचरे को इधर-उधर खपाया जा रहा है।

हो रही है अवैध पार्किंग

एनएच 58 पर गत दिनों बरात की चढ़त के दौरान हुए हादसे में 3 बरातियों की मौत हो गई थी, जिसके बाद भी जिम्मेदार विभागों की नींद नहीं टूटी। हालांकि कार्रवाई का दबाव बढ़ा तो ट्रैफिक पुलिस ने 39 मंडपों के खिलाफ नोटिस जारी कर जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली तो अन्य विभागों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। हाईकोर्ट के आदेशों के बाद मेरठ विकास प्राधिकरण भी शहर के 149 अवैध मंडपों के खिलाफ नोटिस जारी कर शांत बैठ गया। जबकि गार्बेज डिस्पोजल की चेकिंग की जिम्मेदारी से नगर निगम पल्ला झाड़े बैठा है।

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सचिव ने की बैठक

शुक्रवार को एमडीए सचिव प्रवीना अग्रवाल ने प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक कर मंडपों के प्रकरण पर समीक्षा की। जोनल अधिकारियों से उन्होंने नोटिस के संबंध में जानकारी हासिल की। बता दें कि मंडपों के खिलाफ हाईकोर्ट के आदेश के बाद कारोबारी संगठनों ने भी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने संयुक्त व्यापार संगठन की सुनवाई याचिका को स्वीकार कर लिया। जिसके बाद मंडप संचालकों ने इस केस में खुद को पार्टी बताते हुए एमडीए की कार्रवाई का विरोध किया जिसके बाद कार्रवाई रोक दी गई। फिलहाल इस केस की सुनवाई हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की कोर्ट में हो रही है।

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डीजे से होती है परेशानी

हम वेस्ट एंड रोड पर रहते हैं। वहां एक मंडप है, आसपास से काफी बारात होती है। शादियों में डीजे बजते हैं, जिससे पढ़ाई डिस्टर्ब होती है।

सागर अग्रवाल, वेस्ट एंड रोड

मेरे घर के पास दो मंडप है। इन दिनों शादियों के सीजन में काफी दिक्कतें आती हैं, क्योंकि डीजे व गानों के कारण नींद तक खराब होती है।

अंशुल, सदर

घर में बच्चों की पढ़ाई, बुजुर्गो को काफी दिक्कत आती हैं। डीजे के कारण बहुत ही परेशानी हो रही है। जो गलत है।

जसविंदर, सदर

मेरे घर में पिता जी की तबियत खराब है, ऊपर से बच्चों की पढ़ाई भी है। शादियों के सीजन में डीजे और आतिशबाजी से काफी परेशानी हातीे रही है।

संदीप , रजबन

Posted By: Inextlive