- लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस से पेशी के लिए मुरादाबाद ले जा रहे थे तीन सिपाही

- पकड़ने के लिए कूदा एक सिपाही हुआ जख्मी, जीआरपी फरार की तलाशी में जुटी

BAREILLY: विशारतगंज रेलवे स्टेशन के पास वेडनसडे रात करीब साढ़े 3 बजे चलती ट्रेन से कैदी कूदकर फरार हो गया। उसे लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस से बाराबंकी पुलिस पेशी पर मुरादाबाद लेकर जा रही थी। कैदी को पकड़ने के लिए सिपाही भी हिम्मत दिखाते हुए पीछे से कूदा लेकिन कैदी नहीं मिला। ट्रेन से कूदने पर सिपाही मामूली रूप से घायल हो गया। ट्रेन से कूदने से पहले कैदी ने टायलेट जाने का बहाना बनाया था। सूचना पर विशारतगंज और आंवला पुलिस पहुंची और आसपास के गांवों में उसकी तलाश की लेकिन वह नहीं मिला। जिसके बाद जीआरपी जंक्शन पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस मामले में बाराबंकी के एसआई शीतला प्रसाद ने जीआरपी बरेली में कैदी के भागने और सिपाहियों पर लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज कराया है।

2 जून को ही बनाई साजिश

मुरादाबाद के थाना भोजपुर पीपलसाना निवासी जहीर का बेटा बब्बन शातिर अपराधी है। वह धारा 302 में बाराबंकी जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और 25 आ‌र्म्स एक्ट के मामले में मुरादाबाद पेशी पर लाया जा रहा था। उसके खिलाफ गल शहीद में आ‌र्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज है। वेडनसडे रात लखनऊ जंक्शन से हेड कांस्टेबल जगतपाल सिंह, सिपाही पवन कुमार मिश्रा और सिपाही राजा सिंह बंदी को लेकर ट्रेन के जनरल कोच में सवार हुए। इससे पहले 2 जून को भी बंदी को पेशी के लिए मुरादाबाद लाया गया था। इस दौरान ही शातिर ने फरार होने की साजिश रच ली थी।

नहीं काम आई चेन पुलिंग

वेडनसडे रात करीब 3.20 बजे ट्रेन विशारतगंज स्टेशन पर बेहद स्लो हो गई। ट्रेन के स्टेशन पार करने के दौरान बंदी ने टॉयलेट जाने को कहा। हेड कांस्टेबल का कहना है कि सिपाही पवन मिश्रा उसके साथ टॉयलेट तक गया। इतने में बंदी ने ट्रेन से बाहर छलांग लगा दी। इससे सकपकाए सिपाही ने साथियों को बंदी के कूदने क जानकारी दी और उसके पीछे कूदा। ट्रेन तब तक रफ्तार पकड़ चुकी थी। हेड कांस्टेबल ने चेनपुलिंग की मगर ट्रेन न रुकी। इस पर 100 नम्बर पर कॉल किया लेकिन यह भी नहीं लगा। इसके बाद 108 पर कॉल की गई लेकिन सिग्नल न होने से यह भी नहीं लगा।

हथकड़ी क्यों नहीं लगाई थी सिपाही ने

ट्रेन इस दौरान आसफपुर स्टेशन पहुंच गई और सिग्नल न मिलने से रुक गई। तब जाकर हेड कांस्टेबल और अन्य सिपाही ट्रेन से उतरे और जीआरपी के जरिए बाराबंकी कंट्रोल रूम में बंदी के फरार होने की जानकारी दी। वापसी में एक पैसेंजर से दोनों जवान विशारतगंज पहुंचे और घायल सिपाही को नजदीक के हेल्थ सेंटर लेकर प्राथमिक इलाज दिलाया। थर्सडे दोपहर करीब 11.30 बजे तीनों सिपाही जीआरपी थाना पहुंचे। जहां थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील दत्त को अपने बयान दर्ज कराए। हालांकि पुलिस वालों के बयान में कई पेंच मिले। अगर बंदी रस्सी से बंधा था और उसे सिपाही ने पकड़ा था तो, वह कूदकर भागा कैसे। वहीं ट्रेन के जनरल कोच के दरवाजे पर बेहद भीड़ जो फर्श पर बैठी थी। इतने मुसाफिरों को फांदकर बंदी कैसे कूदा। इसकी जांच चल रही है।

फरार बंदी की तलाश शुरू हो गई है। बाराबंकी पुलिस से बंदी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। तीनों पुलिस वालों के खिलाफ ड्यूटी में लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज किया गया है।

- सुनील दत्त, प्रभारी जीआरपी थाना

Posted By: Inextlive