आस्‍ट्रेलिया में चल रहे जी-20 देशों के सम्‍मेलन में रूसी राष्‍ट्रपति ब्‍लादिमीर पुतिन पहुंच गए हैं. लेकिन वह अपने रूसी जंगी जहाजों का एक बेड़ा लेकर पहुंचे हैं. रूसी जंगी जहाजों ने आस्‍ट्रेलिया के पूर्वी त‍ट पर बेड़ा डाल दिया है. इससे सम्‍मेलन में तनाव बढ़ना तय है.


जंगी जहाजों के साथ आस्ट्रेलिया पहुंचे पुतिनरूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन आस्ट्रेलिया में चल रहे जी-20 देशों के समूह में भाग लेने के लिए ब्रिस्बेन पहुंच चुके हैं. प्रेसीडेंट पुतिन के रूस के चार जंगी जहाजों ने भी आस्ट्रेलिया की सीमा में प्रवेश किया है. इसके साथ ही इन युद्धपोतों ने आस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर लंगर डाल दिया है. इससे सम्मेलन में तनाव का माहौल बन गया है. गौरतलब है कि रूस जी-20 देशों द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों से बुरी तरह नाराज है. इसलिए रूस के इस कदम को शक्तिप्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है. इसके बाद आस्ट्रेलिया ने भी अपनेे तीन जंगी जहाजों को रुसी जंगी जहाजों की निगरानी के लिए तैनात कर दिया है. जहां मैं रहुंगा वहीं युद्धपोत


रूस ने अपने युद्धपोतों के आस्ट्रेलिया पहुंचने का बचाव कतरे हुए कहा है कि रूसी युद्धपोत अपनी रेंज का परीक्षण कर रहे हैं. इसके साथ ही रूसी राष्ट्रपति ने भी इस कदम का बचाव किया है. पुतिन ने कहा कि जहां वह रहेंगे उनके युद्धपोत भी वहीं रहेंगे. सम्मेलन में बढ़ता तनाव

ग्रुप 20 देशों के सम्मेलन में रूसी जंगी जहाजों के पहुंचने से सम्मेलन के माहौल में तनाव बढ़ता जा रहा है. गौरतलब है कि यूक्रेन में मार गिराए गए मलेशियन विमान एमएच 16 में आस्ट्रेलिया के तीन दर्जन से ज्यादा नागरिक थे. उल्लेखनीय है कि इस विमान को मार गिराने में यूक्रेन के अलगाववादियों का हाथ माना जाता है. इसलिए आस्ट्रेलिया ने रूस के सामने कड़ी आपत्ति जताई थी. दरअसल माना जाता है कि रूस यूक्रेन अलगाववादियों की मदद करता आ रहा है. इसके अलावा रूस ने जी 20 देशों द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों पर भी कड़ी आपत्ति जताई है.Hindi News from World News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra