रूस -यूक्रेन की लड़ाई ने मारियुपोल को दुनिया भर में दर्द के प्रतीक में बदल दिया है। लेकिन अब मरियुपोल की लड़ाई खत्‍म होने के करीब आ गई है क्‍यों कि रूस ने कहा कि लगभग 1000 यूक्रेनी सेनानियों ने स्टील प्लांट के अंदर सरेंडर कर दिया था।


कीव (एपी)। यूक्रेन की सेना ने गुरुवार की सुबह अपनी ब्रीफिंग में मारियुपोल का कोई उल्लेख नहीं किया। उन्‍होनें केवल यह कहा कि रूसी सेना अभी भी मोर्चे पर अपने आक्रमण को दबा रही है, लेकिन उन्‍हें सफलतापूर्वक खदेड़ी जा रही है। लुहान्स्क सरकार सेरही हैदाई ने कहा कि बुधवार को हुए हमले में तीन अन्य नागरिक घायल हो गए और गुरुवार तड़के भी गोलाबारी जारी रही है। उन्‍होनें आगे कहा कि पूर्वी डोनबास क्षेत्र जो हाल ही में लड़ाई का केंद्र रहा है वंहा रूसी बमबारी में सिविएरोडोनेट्सक शहर में चार नागरिक मारे गए है। साथ ही सीमा के रूसी हिस्से में, कुर्स्क प्रांत के गवर्नर ने कहा कि यूक्रेन से गोलाबारी में एक ट्रक चालक की मौत हो गई और कई अन्य नागरिक घायल हो गए है।959 यूक्रेनी सैनिकों ने कर दिया है सरेंडर
पूर्वी यूक्रेन में डोनेट्स्क क्षेत्र में अलगाववादी अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटों में यूक्रेन की गोलाबारी में दो नागरिक मारे गए और पांच घायल हो गए। उन्‍होनें आगे कहा कि यह स्पष्ट नहीं था कि संयंत्र की सुरंगों और बंकरों की भूलभुलैया के अंदर कितने लड़ाके रह गए थे। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि 2,000 लोग छिपे हुए थे। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि रेड क्रॉस को लड़ाकों को इमिडिएट एक्सेस दी जानी चाहिए। रूसी रक्षा मंत्रालय के स्पोक्समैन मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि 959 यूक्रेनी सैनिकों ने सरेंडर कर दिया है। साथ ही वीडियो में दिखाया गया है कि लड़ाके अपने घायलों को स्ट्रेचर पर ले जा रहे हैं। फिनलैंड और स्वीडन कुछ ही महीनों में बन सकते हैं नाटो सदस्‍य अमेरिकी अधिकारी के अनुसार अमेरिका ने खुफिया जानकारी जुटाई है जिससे पता चलता है कि कुछ रूसी अधिकारी चिंतित हो गए हैं कि मारियुपोल में क्रेमलिन सेनाएं दुर्व्यवहार कर रही हैं, जिसमें शहर के अधिकारियों को पीटना और बिजली न देना और घरों को लूटना शामिल है। अधिकारी के अनुसार रूसी अधिकारी चिंतित हैं कि दुर्व्यवहार निवासियों को कब्जे का विरोध करने के लिए प्रेरित करेगा और यह रूस के दावों के विपरीत है। डिप्लमैटिक फ्रन्ट पर, फिनलैंड और स्वीडन कुछ ही महीनों में नाटो के सदस्य बन सकते हैं। हालांकि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन की आपत्तियों से चीजों को बाधित करने का खतरा है। तुर्की ने दोनों देशों पर कुर्द आतंकवादियों और अन्य को पनाह देने का आरोप लगाया, जिसे वह अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है।

Posted By: Kanpur Desk