सचिन तेंदुलकर को 'क्रिकेटर ऑफ द जनरेशन' से सम्मानित किया गया तो वहीं मोहम्मद शमी को 'सर्वश्रेष्ठ नवोदित खिलाड़ी' आवॉर्ड से सम्मानित किया गया.


मास्टर इज बलास्टरमास्टर बलास्टर सचिन तेंदुलकर के जीवन में एक और अचीवमेंट एड हो गई है. सचिन तेंदुलकर को 'क्रिकेटर ऑफ द जनरेशन' अवॉर्ड से नवाजा गया. इस आवॉर्ड को पाने के लिए सचिन को कैलिस और शेन वॉर्न से कड़ी टक्कर मिली. ईएसपीएन क्रिकइंफो ने इस आवॉर्ड फंक्शन के जरिए 1993 से लेकर 2013 तक के दिग्गजों को सम्मानित किया. वहीं ईएसपीएन क्रिकइंफो वेबसाइट की स्थापना के 20 साल पूरे होने के मौके पर क्रिकेटरों को सम्मानित किया गया.रोहित और शिखर को भी आवॉर्ड


सचिन को क्रिकेटर ऑफ द जनरेशन आवॉर्ड से सम्मानित करने के बाद क्रिकइंफो ने एक के बाद एक और आवॉर्ड दिए. इस आवॉर्ड शो में शिखर धवन और रोहित शर्मा को टेस्ट और वनडे मैचों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी के लिए अवॉर्ड दिया गया, जबकि मिशेल जॉनसन और शाहिद अफरीदी को टेस्ट और वनडे मैचों में गेंदबाजी के लिए अवॉर्ड से नवाजा गया. वहीं इंडियन फास्ट बॉलर गेंदबाज मोहम्मद शमी को सर्वश्रेष्ठ नवोदित खिलाड़ी चुना गया, जबकि तारक सिन्हा को क्रिकेट में योगदान के लिए पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा अवॉर्ड के लिए चुना गया.फाइनल थ्री

भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर एक और उपलब्धि अपने नाम दर्ज कराने की दहलीज पर थे. तेंदुलकर ईएसपीएन क्रिकइंफो की ओर से दिए जाने वाले 'पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर' पुरस्कार की दौड़ में अंतिम तीन में जगह बनाने में कामयाब रहे थे, जबकि वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा इससे चूक गए.सचिन, वॉर्न और कैलिसऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वार्न और हाल ही में क्रिकेट को अलविदा कहने वाले दक्षिण अफ्रीका के जैक कैलिस भी इस पुरस्कार के दावेदारों में हैं. पुरस्कार शुक्रवार को यहां दिया जाएगा, जिसमें 1993 से 2013 के बीच सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले क्रिकेटर को सम्मानित किया जाएगा. यह कार्यक्रम ईएसपीएन क्रिकइंफो की 20वीं सालगिरह के जश्न का एक हिस्सा है. तेंदुलकर अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे हैं, जिन्होंने टेस्ट और वनडे में अनगिनत रिकॉर्ड बनाए. उसी तरह वॉर्न जैसा करिश्माई गेंदबाज इस दौर में कोई पैदा नहीं हुआ. उन्होंने लेग स्पिन गेंदबाजी को भी फिर से जीवित किया. हरफनमौलाओं में कैलिस का नाम सबसे आगे है. उनकी तुलना अक्सर महानतम हरफनमौला गैरी सोबर्स से की जाती है.कौन नहीं बना पाया जगह

टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड बनाने वाले लारा और टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन को भी 50 सदस्यीय जूरी ने नामांकित किया था, लेकिन वे अंतिम तीन में जगह नहीं बना सके. जूरी में प्रमुख खिलाड़ी, क्रिकेट लेखक और कमेंटेटर शामिल थे. तेंदुलकर ने अपने 24 साल के सुनहरे करियर को पिछले साल नवंबर में अलविदा कहा. वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टेस्ट पारी में उन्होंने 74 रन बनाए थे. तेंदुलकर के नाम सर्वाधिक टेस्ट रन, टेस्ट शतक, सर्वाधिक वनडे रन, वनडे शतक का रिकॉर्ड है. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं. वहीं, ऑस्ट्रेलिया के वार्न 700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज थे. कैलिस ने टेस्ट और वनडे में 10,000 रन बनाने के अलावा 577 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी लिए हैं.Hindi news from Sports news desk, inextlive

Posted By: Subhesh Sharma