क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर 24 अप्रैल को अपना 45वां जन्‍मदिन मना रहे हैं। सचिन ने अंतर्रराष्‍ट्रीय क्रिकेट में काफी नाम कमाया है। सिर्फ भारत ही नहीं विदेशों में भी सचिन को भगवान का दर्जा मिला है। मगर यह भगवान भी कठघरे में खड़ा हुआ जब सचिन पर बॉल टेंपरिंगा का आरोप लगाया गया था। जानें क्‍या है पूरा मामला...


सचिन के बॉल टेंपरिंग की यह है सच्चाईक्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी बॉल टेंपरिंग विवाद में फंस चुके हैं। साल 2001 की बात है। भारतीय टीम अफ्रीकी दौरे पर गई थी। दूसरा टेस्ट पोर्ट एलिजाबेथ में खेला गया। भारतीय फील्िडंग के दौरान टीवी फुटेज में पाया गया कि सचिन गेंद की सीम के साथ कुछ छेड़छाड़ कर रहे हैं, दरअसल तेंदुलकर गेंद पर लगी घास हटा रहे थे। मगर सचिन की बात किसी ने नहीं मानी, मैच रेफरी माइक डेनिस ने तुरंत ही सचिन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा दिया। बाद में जब आईसीसी ने जांच की तो सचिन निर्दोष साबित हो गए। इसके बाद तीसरे टेस्ट में जब डेनिस को मैच रेफरी बनाने पर बीसीसीआई ने विरोध जताया।विश्व क्रिकेट में बॉल टेंपरिंग के ये हैं चर्चित मामले :1. स्टीव स्मिथ और बेनक्रॉफ्ट :


बॉल टेंपरिंग का ताजा मामला ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों स्टीव स्मिथ और वार्नर का है। साउथ अफ्रीका के बीच तीसरे टेस्ट में कंगारू खिलाड़ियों की एक शर्मनाक हरकत ने पूरे क्रिकेट जगत को सकते में डाल दिया था। मैच जीतने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम इस हद तक जा सकती है यह किसी ने नहीं सोचा था। कप्तान स्टीव स्मिथ और उनके साथी खिलाड़ी बेनक्रॉफ्ट को बॉल टेंपरिंग का दोषी पाया गया। दरअसल मैच के तीसरे दिन साउथ अफ्रीकी टीम बल्लेबाजी कर रही थी। फील्डिंग कर रहे बेनक्रॉफ्ट ने अपनी जेब से एक पीला टेप निकाला और उसमें मि्टटी चिपकाकर उसे गेंद के एक हिस्से पर रगड़ ताकि वह खुरदुरी हो जाए। इससे गेंद को स्विंग होने में मदद मिलती है। बेनक्रॉफ्ट की इस हरकत को कैमरे में कैद कर लिया। दिन की समाप्ती के बाद स्िमथ ने भी माना यह सब उनकी रजामंदी से हुआ था। फिलहाल स्िमथ ने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है और उन पर मैच फीस काटने के साथ एक-एक मैच का बैन लगा दिया।2. फॉफ डु प्लेसिस :

साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच होबार्ट में दूसरा टेस्ट खेला जा रहा था। ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजी चल रही थी। मैदान पर फील्डिंग कर रहे अफ्रीकी कप्तान फॉफ डु प्लेसिस ने गेंद के साथ छेड़छाड़ कर दी। रिकॉर्डिंग में पाया कि प्लेसिस ने गेंद पर चिंगम का रस रगड़ा था। अमूमन खिलाड़ी टेस्ट में गेंद की शाइनिंग बढ़ाने के लिए लार या थूक को गेंद पर रगड़ते हैं। मगर चिंगम का रस थोड़ा गाढ़ा होता है। आईसीसी के नियमानुसार फील्डर गेंद पर इस तरह का कोई भी पदार्थ नहीं लगा सकता। प्लेसिस को दोषी पाया गया और उनकी 100 फीसदी मैच फीस काट ली गई।3. इंजमाम उल हक :यह अभी तक का सबसे विवादित बॉल टेंपरिंग मामला है। 12 साल पहले इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच ओवल में एक टेस्ट खेला जा रहा था। बीच मैच में पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर बॉल टेंपरिंग का आरोप लगा। अंपायर डेरेल हेयर और बिली डॉक्टरोव ने तुरंत कार्रवाई कर पाकिस्तान टीम पर पेनाल्टी लगा दी। इंग्लैंड को पेनाल्टी के रूप में 5 रन एक्स्ट्रा दे दिए गए। पाकिस्तान टीम इस बात से नाराज हो गई। तत्कालीन कप्तान इंजमाम उल हक ने टी-ब्रेक के बाद पाकिस्तानी टीम को मैदान पर जाने से मना कर दिया। ऐसे में मैच रेफरी ने इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया। आईसीसी ने जब इस पूरे मामले की जांच की तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों को निर्दोष पाया गया और मैच को ड्रा घोषित करवा दिया।और4. जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड :

साल 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरा टेस्ट खेल रही इंग्लैंड के दो गेंदबाजों ने भी गेंद के साथ छेड़छाड़ की थी। दरअसल हुआ यूं कि इंग्लैंड की टीम क्षेत्ररक्षण कर रही थी। ब्रॉड गेंदबाजी छोर पर थे, मगर उन्होंने गेंद पर लगी घास को साफ करने के लिए उसे जमीन पर रखा और अपने स्पाइक्स वाले जूते से रगड़ने लगे। ब्रॉड की इस हरकत का अफ्रीकी बल्लेबाजों ने विरोध किया मगर ब्रॉड का कहना था कि उन्होंने यह जानबूझकर नहीं किया। उस दिन मैदान पर 40 डिग्री टेंपरेचर था। इतनी गर्मी के चलते वह गेंद को हाथ में उठाने पर आलस दिखा रहे थे इसलिए उन्होंने पैर से गेंद को साफ करना चाहा। खैर ब्रॉड पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari